शिक्षा का महत्व
Shiksha ka Mahatva
घर शिक्षा प्राप्त करने पहला
स्थान है और सभी के जीवन में अभिभावक पहले शिक्षक होते हैं। हम अपने बचपन में,
शिक्षा का पहला पाठ अपने घर विशेषरुप से माँ से
से प्राप्त करते हैं। हमारे माता-पिता जीवन में शिक्षा के महत्व को बताते हैं। जब
हम 3 या 4 साल के हो जाते हैं, तो हम स्कूल में उपयुक्त, नियमित और क्रमबद्ध पढ़ाई के लिए भेजे जाते हैं, जहाँ हमें बहुत सी परीक्षाएं देनी पड़ती है,
तब हमें एक कक्षा उत्तीर्ण करने का प्रमाण
मिलता है।
एक-एक कक्षा को उत्तीर्ण करते
हुए हम धीरे-धीरे आगे बढ़ते हैं, जब तक कि,
हम 12वीं कक्षा को पास नहीं कर लेते। इसके बाद, तकनीकी या पेशेवर डिग्री की प्राप्ति के लिए तैयारी शुरु कर
देते हैं, जिसे उच्च शिक्षा भी कहा
जाता है। उच्च शिक्षा सभी के लिए अच्छी और तकनीकी नौकरी प्राप्त करने के लिए बहुत
आवश्यक है।
हम अपने अभिभावकों और शिक्षक
के प्रयासों के द्वारा अपने जीवन में अच्छे शिक्षित व्यक्ति बनते हैं। वे वास्तव
में हमारे शुभचितंक हैं, जिन्होंने हमारे
जीवन को सफलता की ओर ले जाने में मदद की। आजकल, शिक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए बहुत सी सरकारी
योजनाएं चलायी जा रही हैं ताकि, सभी की उपयुक्त
शिक्षा तक पहुँच संभव हो। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को शिक्षा के महत्व और
लाभों को दिखाने के लिए टीवी और अखबारों में बहुत से विज्ञापनों को दिखाया जाता है
क्योंकि पिछड़े ग्रामीण क्षेत्रों में लोग गरीबी और शिक्षा की ओर अधूरी जानकारी के
कारण पढ़ाई करना नहीं चाहते हैं।
पहले, शिक्षा प्रणाली बहुत ही महंगी और कठिन थी, गरीब लोग 12वीं कक्षा के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सक्षम नहीं
थे। समाज में लोगों के बीच बहुत अन्तर और असमानता थी। उच्च जाति के लोग, अच्छे से शिक्षा प्राप्त करते थे और निम्न जाति
के लोगों को स्कूल या कॉलेज में शिक्षा प्राप्त करने की अनुमति नहीं थी। यद्यपि,
अब शिक्षा की पूरी प्रक्रिया और विषय में बड़े
स्तर पर परिवर्तन किए गए हैं। भारतीय सरकार के द्वारा सभी के लिए शिक्षा प्रणाली
को सुगम और कम महंगी करने के लिए बहुत से नियम और कानून बनाकर लागू किया है।
सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण,
दूरस्थ शिक्षा प्रणाली ने उच्च शिक्षा को सस्ता
और सुगम बनाया है, ताकि पिछड़े
क्षेत्रों, गरीबों और मध्यम वर्ग के
लोगों के लिए भविष्य में समान शिक्षा और सफलता प्राप्त करने के अवसर मिलें।
भलीभाँति शिक्षित व्यक्ति देश के मजबूत आधार स्तम्भ होते हैं और भविष्य में इसको
आगे ले जाने में नेतृत्व करते हैं। इस तरह, शिक्षा वो उपकरण है, जो जीवन, समाज और राष्ट्र
में सभी असंभव स्थितियों को संभव बनाती है।
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