बूंद-बूंद को तरसती दिल्ली 
Boond-Boond ko Tarasti Delhi

पिछले वर्ष गरमियों में दिल्लीवासियों को पेयजल के गंभीर संकट से गुज़रना पड़ा था। अधिकारियों की काफ़ी मेहनत मशक्कत के बाद भी लोग बूंद-बूंद के लिए तरस गए थे। इस बार फिर गरमियाँ आने को हैं। मैं नगर निगम के संबंधित अधिकारियों से निवेदन करना चाहता हैं। कि वे समय रहते पेयजल के अन्य वैकल्पिक उपायों का प्रबंध कर लें। पड़ोसी राज्यों से इस विषय में अनुबंध कर लें। कहीं ऐसा न हो कि गरमियों में जल-संकट आ पड़ने पर दिल्ली सरकार पड़ोसी राज्य सरकारों को कोसती रह जाए और लोग फिर से त्राहि-त्राहि कर उठे।