घास, बकरी और भेड़िया 
Ghas, Bakri aur Bhediya 


एक बार की बात है एक मल्लाह के पास घास का ढेर, एक बकरी और एक भेड़िया होता है। उसे इन तीनो को नदी के उस पार लेकर जाना होता है।


पर नाव छोटी होने के कारण वह एक बार में किसी एक चीज को ही अपने साथ ले जा सकता है।


अब अगर वह अपने साथ भेड़िया को ले जाता तो बकरी घास खा जाती।


अगर वह घास को ले जाता तो भेड़िया बकरी खा जाता।


इस तरह वह परेशान हो उठा कि करें तो क्या करें?


उसने कुछ देर सोचा और फिर उसके दिमाग में एक योजना आई।


सबसे पहले वह बकरी को ले कर उस पार गया और वहाँ बकरी को छोड़ कर, वापस इस पार अकेला लौट आया।


उसके बाद वह दूसरे सफर में भेड़िया को उस पार ले गया। और वहाँ खड़ी बकरी को अपने साथ वापस इस पार ले आया।


इस बार उसने बकरी को वहीँ बाँध दिया और घास का ढेर लेकर उस पार चला गया और भेड़िया के पास उस ढेर को छोड़ कर अकेला इस पार लौट आया।


फिर अंतिम सफर में बकरी को अपने साथ ले कर उस पार चला गया।


शिक्षा/Moral:-मुसीबत चाहे कितनी भी बड़ी क्यों न हो, खोजने पर समाधान मिल ही जाता है।