कुएं की लोमड़ी 
Kuve ki Lomadi

एक बार एक जंगल में एक लोमड़ी रहती थी। एक दिन वह कुएं में गिर गई। उसने बाहर आने की बहुत कोशिश की। उसके सभी प्रयत्न विफल हो गए। वह उदास तथा अकेला महसूस कर रही थी।

कुछ देर में वहां एक बकरी आ गई। बकरी की प्यास लगी थी। उसने कुएं के अन्दर देखा। उसने अन्दर लोमड़ी को देखा। लोमड़ी बहुत चालाक थी। उसने बकरी से कहा, "नीचे आ जाओ। यहां बहुत अच्छा तथा ठंडा वातावरण है।"

बकरी ने कुएं में छलांग लगा दी। लोमड़ी उसकी पीठ पर पैर रख कर कुएं से बाहर आ गई। बेचारी बकरी कुएं में फंस गई। वह उससे बाहर न आ सकी। वह उदास तथा असहाय हो गई।

शिक्षा : चालाक लोगों से सावधान रहें।