मेरा प्रिय विषय
Mera Priya Vishay
मैं एक पब्लिक स्कूल में कक्षा सातवीं का छात्र हूँ। मैं कई ङ्केविषय याद करता हूँ। परन्तु मुझे अंग्रेजी विषय अत्यधिक पसन्द है। हिन्दी मेरी मातृ भाषा है मुझे इस पर गर्व है। ये मुझे सरलता से याद हो जाती है। हम घर में हिन्दी बोलते हैं। हिन्दी हमारे दैनिक जीवन में प्रयोग होती है। परन्तु अंग्रेज़ी का मेरे लिए विशेष आर्कषण है। मैं इसे बड़ी रुचि के साथ याद करता हूँ।
अंग्रेज़ी एक आंताराष्ट्रीय भाषा है। यह हमारे देश को अन्य देशों से जोड़ती है। शिक्षा के साधन के रूप में यह एक महत्त्वपूर्ण भाषा है। अंग्रेजी की योग्यता के बिना कोई उन्नति सम्भव नहीं, क्योंकि यह वैज्ञानिक, तकनीकी व व्यापारिक भाषा है।
अंग्रेजी का साहित्य बहुत ही विस्तृत है। भारत में कई अंग्रेज़ी के लेखक उत्पन्न हुए हैं। सभी शिक्षित भारतीय अंग्रेजी बोलते व समझते हैं। अंग्रेज़ इसे हमारे देश में लाए थे। यह भारत में लगभग दो सौ वर्षों से है।
कई लोग कहते हैं कि अंग्रेज़ी एक कठिन भाषा है। वे कहते हैं कि इसकी वर्तनी बहुत कठिन है। उच्चारण भी अलग होता है तथा लिखने में व बोलने में अन्तर होता है। परन्तु मेरे विचार से यह सही नहीं है। हर भाषा का अपना व्याकरण व वाक्य-प्रयोग होता है। मेरे विचार से अंग्रेज़ी बहुत ही सुन्दर व उपयोगी भाषा है। इसकी अपनी खूबसूरती, समृद्धि व आकर्षण है। इसमें विभिन्नता व समृद्धि है।
हमारा स्कूल अंग्रेजी माध्यम का है। बड़े-बड़े प्रशिक्षण केन्द्रों में अंग्रेजी माध्यम ही चलता है। मैं कम्प्युटर वैज्ञानिक बनना चाहता हूँ, बिना अंग्रेज़ी के ज्ञान के मैं अपना सपना साकार नहीं कर सकता।
मैं इस विषय में अधिक रुचि लेता हैं और हमेशा अच्छे अंक लाता हूँ। मैं अंग्रेज़ी भी अच्छी बोलता हूँ। मुझे इस पर गर्व है।
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