बहिन के विवाह के विषय में भतीजे का ताऊ जी को पत्र।
मसूरी ।
दिनांक 30 अक्टूबर,
आदरणीय ताऊ जी,
सादर प्रणाम ।
हम यहाँ पर सकुशल हैं । आशा हैं, आप भी वहाँ पर सकुशल होंगे । एक लंबी अवधी बीत गई, न तो आपके दर्शन ही हुए और न ही कोई कुशल समाचार ही मिला । इस बार मसूरी में अच्छी चहल-पहल है । आप भी कुछ दिन हमारे बीच बितायें तो कितना अच्छा हो?
ताऊ जी ! मधु अब सयानी हो गई है । उसके लिए कोई योग्य वर खोजना है । हमारे परिवार में आप ही बड़े हैं । अतः यह कार्य आप ही के द्वारा पूर्ण हो सकता है । दिल्ली से कुछ बातचीत चली है। 1 जुलाई को वे मधु को देखने आ रहे हैं । आप भी उस घड़ी से पूर्व अवश्य पधारें और स्वयं लड़के को देखभाल और पूछताछ करके बात पक्की कर लें । बड़ों को नमस्ते और बच्चों को प्यार । आपकी प्रतीक्षा में ।
आपका प्रिय भतीजा ,
अजीत कुमार
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