अदृश्य अक्षर 
Invisible Letter
 
नींबू का रस काँच के प्याले में निचोड़ लें। अब इस रस से सफेद कागज पर कलम से कुछ लिखना चाहें, लिख लें। सूखने पर यह लिखावट दिखाई नहीं देगी। पर जब इसे मोमबत्ती या अंगीठी पर गरम करेंगे तो लिखावट दिखाई देने लगेगी। दूध या प्याज के रस से लिखने पर भी ऐसा ही होगा।इस तरह आपने देखा कि तरह-तरह के रसायनों की मदद से गप्त दस्तावेज तैयार किए जाते थे तथा मित्रों, संबंधियों और शत्रुओं को अपने मनसूबों से अवगत कराया जाता था।

भविष्यवक्ता स्याही रमेश पढ़ाई में बहुत प्रवीण था। वह प्रयोगशाला में रसायनों की मदद से अकसर नए-नए खेल ईजाद कर अपने दोस्तों में अपनी पैठ भी बनाता रहता था। एक दिन उसने अपने दोस्तों से कहा- 'मुझे एक साधु मिला था। उनसे बहुत मिन्नतें कर तुम सभी लोगों का भविष्य बनवाकर लाया हूँ; जो मैंने छिपाकर रखा हुआ है।' इतना सुन सभी दोस्त अपना-अपना भविष्य जानने के लिए एक स्वर में जिद करने लगे। रमेश ने अपनी जेब में से चारपाँच पेपर निकाले और कहा–'देखो, इनमें तुम लोगों का भविष्य लिखा पर यह तो अदृश्य है।' सभी पुनः कहने लगे। रमेश पुनः बोला कि 'मैं अभी तुम लोगों के सामने ही पढ़कर बताऊँगा; पर मुझे थोड़ा-सा समय दे दो।' दोस्तों ने कहा-'ठीक है।' रमेश ने अपने बैग में से दो शीशियाँ निकाली एवं टेबल में थोड़े पानी से भरे ट्रफ में खाली कर दी और लकड़ी से हिला दिया। तत्पश्चात् भविष्य लिखे कागजों को इस पानी में डुबो दिया। पानी से गीले होते ही कागज पर लिखी बातें स्पष्ट हो आईं। सभी बच्चे अपने-अपने नाम के परचे निकालकर भविष्य पढ़ने लगे। किसी बच्चे के नाम में लिखा था कि मेहनत से पढ़ाई करो, सफलता तुम्हारे कदम चूमेगी तो किसीके नाम लिखा था-अपने बड़ों का आदर करो, तो किसी में लिखा था कि अपने दोस्त पर भरोसा रखो, वह अवश्य मदद करेगा, आदि-आदि। सभी दोस्त अपने नाम के आगे लिखे भविष्यफल को पढ़कर आश्चर्यचकित हो गए।

यह सब कैसे संभव हुआ, आप जानना चाहते हैं? तो बच्चो, यहाँ पर रमेश अपने दोस्तों के मन की बात जानता था, इसीलिए उसने उक्त भविष्यफल की बातों को पेपर पर लेड एसीटेट के घोल से लिखी थीं, जो सूखने पर अदृश्य हो गई थीं। पानी में उसने तनु सल्फ्यूरिक अम्ल तथा फेरस सल्फाइड का घोल मिलाया था, जिससे हाइड्रोजन सल्फाइड (H2S) गैस का निर्माण हुआ। अतः पानी से भीगते ही लेड एसीटेट हाइड्रोजन सल्फाइड से क्रिया कर लेड सल्फाइड में बदल गया, जो कि काले रंग के अक्षरों में दिखाई दे रहे थे। इस तरह रमेश ने अपने दोस्तों का मनोरंजन किया। आप भी उक्त रसायनों की मदद से भविष्यवक्ता स्याही बनाकर जादू दिखा सकते हैं।