अंतर्राष्ट्रीय
महिला दिवस पर भाषण
Speech on International Women's Day
सम्मानित मुख्य अतिथि, "ABC फॉर वीमेन" के निर्देशक, पार्टी के आयोजकों और आगंतुकों, सबसे पहले मैं आप सभी का 7वें वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में स्वागत करना चाहूंगा।
हर साल की तरह हमने इस वर्ष भी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया है क्योंकि हमारा संगठन एक गैर-लाभकरी संगठन है जो देश के विभिन्न हिस्सों में वंचित महिलाओं के विकास के लिए काम करता है। हमारा संगठन सिर्फ 7 साल पहले शुरू हुआ था और मुझे यह बात साझा करते हुए बहुत खुशी है कि आज पूरे भारत में हमारी 15
शाखाएं हैं और हमारे एनजीओ की प्रसिद्धि पूरे विश्व में फैल गई है। चूंकि सोशल, राजनीति और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में महिलाओं की उपलब्धियों का सम्मान करने के लिए विश्व स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है इसलिए इन व्यक्तित्वों को मान्यता देने के लिए इस उत्सव का आयोजन किया जाता है। महिलाओं और समाज के कल्याण के लिए योगदान करने के लिए हमारे पास स्वयंसेवकों के लिए स्वेच्छा से काम करने वाले कई लोग हैं। हर साल 8 मार्च को मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का महत्व साल दर साल बढ़ रहा है और आज यह एक किस्म का रिवाज़ बन गया है। यह महिलाओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा, प्रेम और आदर दर्शाने का अवसर है। हमें यह जानकर बहुत खुशी हुई है कि आजकल कॉलेजों और विद्यालयों में भी महिला दिवस मनाया जाता है जो युवाओं के दिमाग को उनके बचपन से ही महिलाओं के प्रति सम्मान और उनकी देखभाल करना सिखाता है। यह कुछ स्कूलों में महिलाओं के सशक्तिकरण, समाज में उनकी स्थिति और उनकी उपलब्धियों के ज्ञान और जागरूकता फैलाने के क्रम में पाठ्यक्रम का एक अनिवार्य हिस्सा है। मुझे इस कार्यक्रम की मेजबानी करने का मौका दिया गया है और मैं बहुत प्रसन्न हूं क्योंकि यह मेरे लिए उन सभी महिलाओं का शुक्रिया अदा करने का एक अवसर है जिन्होंने मेरे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। शायद मैंने इन महिलाओं को 'अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस' पर कभी धन्यवाद नहीं कहा लेकिन मेरे दिल की गहराई से मैं हमेशा उनको मेरे जीवन में मेरा साथ देने और मुश्किलों से बचाने के लिए उनका धन्यवाद करता हूं। मेरी मां, मेरी बहन और मेरी पत्नी मेरे जीवन की तीन महत्वपूर्ण महिलाएं हैं जिन्होंने न केवल मुझे एक बेहतर व्यक्ति बनाया बल्कि मेरे कठिन समय में मेरा समर्थन भी किया। इसके अलावा मुझे इस गैर-सरकारी संगठन में शामिल होने और समाज के लिए उपयोगी कार्य करने के लिए प्रेरित भी किया है। पेशेवर जिन्दगी में इस संगठन में शामिल होकर मेरी श्रीमती A और श्रीमती D से मुलाकात हुई और उनकी कड़ी मेहनत से रूबरू होकर तथा अतीत में उनकी कठिनाइयों के बारे में जानने के बाद वे मेरे लिए सबसे बड़ी प्रेरणा का स्त्रोत बन गई हैं। वास्तव में यहां सभी बड़े पदों पर आसीन होने के बावजूद आप सभी महिला सहयोगी और कर्मचारी ईश्वर की अद्भुत रचनाएं हैं क्योंकि आप न केवल कार्यालय का प्रबंधन करती हैं बल्कि यह भी सुनिश्चित करती हैं कि आपके घर की हर जरूरत पूरी हो। यही कारण है कि हमारा एनजीओ हमेशा अपने जीवन में महिलाओं को सम्मान देने पर जोर देता है। उन्हें हमारे द्वारा सम्मान, देखभाल, समर्थन और प्रेरणा की आवश्यकता है। आज की महिला अब एक आश्रित नारी नहीं है। वह स्वतंत्र और आत्मनिर्भर है और हर चीज करने में सक्षम है। चलिए उनके अस्तित्व के महत्व को पहचानें और भविष्य की उपलब्धियों के लिए उन्हें प्रेरित करें। धन्यवाद। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर स्पीच - 2 सुप्रभात मित्रों। हम अपने कार्यालय में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के लिए यहां इकट्ठे हुए हैं। मुझे बहुत प्रसन्नता है कि मुझे इस कार्यक्रम की मेज़बानी करने और आज एक स्पीच देने का अवसर मिला है। सबसे पहले मैं सीईओ, निदेशक मंडल और इस संगठन की प्रबंधन समिति के प्रति अपना आभार व्यक्त करना चाहूंगी जो काम और समाज में महिलाओं के सशक्तिकरण के महत्व पर बहुत जोर देती है और इस प्रकार हमारी कंपनी हर वर्ष इस समारोह को अत्यंत उत्साह और जोश के साथ मनाती है। इस संगठन का एक हिस्सा बनना वास्तव में मेरे लिए एक सम्मान है। समाज के महान महिलाओं को सम्मान देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को पूरे विश्व में मनाया जाता है। लैंगिक समानता लाने के लिए महिलाओं का सशक्तीकरण बहुत जरूरी है। उन समाजों का विकास बहुत अच्छी तरह से होता है जहां महिलाओं को एक समान सम्मान दिया जाता है। अधिकांश परंपरागत लोगों को अब भी लगता है कि महिलाओं को घर के कामों तक ही सीमित रखा जाना चाहिए और बाहर के काम-काजों के लिए कदम नहीं उठाना चाहिए क्योंकि ये उनका कार्य क्षेत्र नहीं है जिसका के समाज में और महिलाओं द्वारा अभ्यास किया जा रहा है। महिलाओं के पास पुरुषों जितनी समान क्षमता है बशर्ते उन पर भरोसा किया जाए। आज की महिलाएं अपनी शक्तियों और क्षमताओं का एहसास करती हैं और समाज तथा विश्व में फलस्वरूप योगदान करने के लिए घर से बाहर निकलती हैं। एक महिला होने के नाते महिलाओं के लिए एक खास दिन होना अच्छा लगता है जहाँ उन्हें सराहा और सम्मानित किया जा सके लेकिन मुझे लगता है कि महिला का सम्मान सिर्फ महिला होने के कारण ही नहीं होना चाहिए बल्कि इसलिए भी क्योंकि उनकी खुद अपनी व्यक्तिगत पहचान है। वे समाज की भलाई में समान रूप से योगदान करती हैं। यदि मैं थोडी पक्षपाती बनूँ तो मैं कहूंगी कि अगर पृथ्वी पर कोई औरत नहीं बची तो मानव जाति का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा क्योंकि स्त्री ही है जो इस धरती पर जीवन लाती है। हर महिला विशेष है चाहे वह घर पर या कार्यालय में काम कर रही हो या दोनों ही कर रही हो। वह बच्चों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और अपने घर को भी कुशलतापूर्वक प्रबंधित करती है। जैसा की मैंने आपको बताया हमारा संगठन लैंगिक समानता के महत्व पर बहुत जोर देता है और मुझे यह घोषणा करने में अत्यधिक प्रसन्नता हो रही है कि अब हमारा संगठन तीन अलग-अलग गैर-सरकारी संगठनों से जुड़ गया है जो महिलाओं और बच्चों की बेहतरी के लिए बेहतर काम करेगा। मुझे सभी औपचारिकताओं को पूरा करने की जिम्मेदारी दी गई है और साथ ही साथ प्रासंगिक दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों का भी प्रबंध करना है। मैं बहुत खुश हूँ तथा सम्मानित भी महसूस कर रही हूँ और मैं इस चीज़ को लेकर केंद्रित हूं कि हमें एक साथ उन सभी महिलाओं की मदद करनी है जो वंचित हैं, जरूरतमंद हैं या जिनको समाज में अपने पुरुष समकक्षों के साथ खड़े रहने के लिए समर्थन की आवश्यकता है। हमारे पास इस एजेंडे पर बहुत सारी योजनाएं हैं और हम दूर-दूरदराज के क्षेत्रों का दौरा करेंगे जहां शिक्षा अब भी युवा लड़कियों के लिए एक सपना है। हम न केवल एनजीओ के साथ मिलकर उन इलाकों में शिक्षा प्रणाली शुरू करने की योजना बना रहे हैं बल्कि हम कुल शिक्षा लागत का
50% खर्चा भी देंगे। मुझे यकीन है यह यात्रा मेरे लिए बहुत कुछ सीखने का अनुभव है लेकिन मुझे आपकी शुभकामनाएं और प्रेरणा की आवश्यकता होगी। धन्यवाद।
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