श्रमिक
दिवस पर भाषण
Speech on Labour's Day
आप
सभी को मेरी ओर
से सुप्रभात। मजदूर/श्रम/श्रमिक दिवस समारोह के लिए विशेष
रूप से समर्पित इस
सम्मेलन में मैं आप सभी का
स्वागत करता हूं।
इस दिन को
आम तौर पर हर साल
1 मई को मनाया जाता
है लेकिन यह अलग-अलग
देशों के अनुसार भिन्न
भी होता है। इस दिन को
मई डे भी कहा
जाता है। श्रमिकों की आर्थिक और
सामाजिक उपलब्धियों को स्वीकार करने
के लिए इसे मनाया जाता है। इसे श्रम संघों को बढ़ावा देने
और प्रोत्साहित करने के लिए मनाया
जाता है। इस दिवस को
मनाए जाने का उद्देश्य मजदूरों
के संघर्ष को समाप्त करने
के साथ आठ घंटे के
काम के दिन की
आवश्यकता को बढ़ावा देना
है जो इससे पहले
एक दिन में 12 से लेकर 16 घंटे
तक था। लोगों को आंदोलन करने
से रोकने और नैतिक तथा
शारीरिक दुखों से खुद को
सुरक्षित रखने के लिए दिन
में काम करने का समय को
8 घंटे करना आवश्यक था। इस दिन का
हर देश में बहुत महत्व है क्योंकि यह
कार्य बल के प्रयासों
के प्रति समर्पण सुनिश्चित करता है। जरा सोचिए अगर हमें दिन में 12 से 16 घंटे काम करना पड़े तो हम कितने
बेचैन और परेशान हो
जाएंगे। ईमानदारी से कहूँ तो
मैं यह सोचती हूँ
कि हर कर्मचारी या
कार्यकर्ता को कार्यभार के
आधार पर छूट का
प्रावधान होना चाहिए। श्रमिकों के मूल्यांकन दिवस
के रूप में मनाए जाने वाले इस दिन का
महत्व बहुत अधिक है। इस दिन की
वजह से श्रमिकों के
काम के घंटो में
कमी और कार्यबल की
उपलब्धियों का आकलन करने
के लिए आधार बना है। यह उत्सव पूरे
विश्व में एक ऐतिहासिक महत्व
बन गया है और विश्वभर
में श्रमिक संघों द्वारा इसे मनाया जाता है। श्रमिक हमेशा हमारी जिंदगी बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत
रहते हैं और वास्तव में
वे अपने काम के लिए सम्मान
के हक़दार भीं हैं। भारत में इस मजदूर/श्रम
दिवस को 1923 में पहली बार मनाया गया था। यह दिन एक
विशेष अवसर है जब दुनिया
भर में मजदूर वर्ग और मजदूरों की
सच्ची भावना का सम्मान किया
जाता है। यह वह दिन
है जब श्रमिक एक
साथ मिलकर अपनी शक्तियों का जश्न मनाते
हैं जो दर्शाते हैं
कि वे समाज के
श्रमिक वर्ग के लिए सकारात्मक
सुधार लाने हेतु संघर्ष कर रहे हैं
और लगातार संघर्ष करते रहेंगे। हम सभी को,
जिन भी मामलों में
हम कर सकते हैं,
मजदूर वर्ग की रक्षा करनी
चाहिए। यह वास्तव में
एक विशेष कार्य बल है जो
समाज के कल्याण और
बेहतर जीवन के लिए लगातार
प्रयास करते हैं। यद्यपि इस दिन को
अधिकांश देशों में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में
मनाया जाता है लेकिन हमें
इस दिन को छुट्टी के
तौर पर नहीं बल्कि
श्रमिकों के प्रयास, गतिविधियों
तथा सच्चे समर्पण को पहचानने के
लिए करना चाहिए। हमें अपने बच्चों और अन्य सहयोगियों
को भी इस दिन
को अपने तरीके से मनाने के
लिए प्रोत्साहित करना चाहिए और इस दिन
के महत्व का पता होना
चाहिए। श्रम बल के प्रयासों
को पहचानने के लिए विशेष
सेमिनार और सत्र आयोजित
किए जाने चाहिए। इस अवसर को
मनाने और मेरे साथ
अपने विचार साझा करना के लिए आप
सभी का शुक्रिया। धन्यवाद।
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