बोतल में बादल बनाइए 
Cloud in a Bottle Experiment at Home 


'गिली-गिली अप्पा' करते ही जादूगर सम्राट् आनंद ने अचानक हॉल में बादल बनाकर सभी दर्शकों को आश्चर्य में डाल दिया। आप भी ऐसा कर अपने मित्रों को दिखाकर प्रशंसा के रूप में तालियों की गडगडाहट पर सकते हैं। तो लीजिए, बादल बनाने की तरकीब-


विधि 1-इसके लिए एक बड़ी बोतल लीजिए तथा इसमें एक छेदवाला रबड़ का ढक्कन लगा दीजिए। उस छेद में लगभग 12 से.मी. लंबी काँच की नली लगाइए। अब बोतल में लगभग 3 से.मी. की ऊँचाई तक पानी भरें। पानी में स्पिरिट की चार-पाँच बूँदें मिला दीजिए। बोतल की भीतरी हवा में चुटकी भर खड़िया की धूल भी मिला दीजिए। अब काँच की नली को हवा भरने के पंप से जोड़ दीजिए। बोतल के ढक्कन को कसकर दबाए रखिए और किसी दूसरे व्यक्ति से कहिए कि वह पंप की मदद से बोतल में हवा भरना आरंभ करे। जब बोतल में खूब हवा भर जाए तो हाथ को ढक्कन से हटा दीजिए। हाथ हटते ही ढक्कन हवा में उड़ जाएगा और वातावरण में बादल दिखाई देने लगेंगे।इसका कारण यह है कि बोतल था, जो ढक्कन के हटते ही गैस में। में बादलों का रूप ले लेता है। यह है कि बोतल के अंदर वायु का दाब अधिक हो गया  अब ढक्कन लगाकर रख लें। 

विधि 2-काँच की एक बोतल लें तथा उसमें अमोनिया गैस भर रख लें। अब जब भी प्रयोग दिखाना हो, आप हाइडोक्लोरिक भीगी काँच की छड़ को इस अमोनिया से भरी बोतल के मुँह के धीरे-धीरे लाएँगे तो सफेद धुआँ रूपी बादल दिखाई देगा। यहाँ अमोनिया हाइड्रोक्लोरिक एसिड से क्रिया कर अमोनियम क्लोराइड बनाती है जो बादलों के रूप में दिखाई देती है।