नारियल में फूल
Flower in Coconut
जादूगर, बाजीगर, साधु, ठग आदि अकसर अपनी ठगी का करिश्मा दिखाते ही रहते हैं और जनता का मनोरंजन करने के साथ-साथ लूटपाट के किस्से अकसर पढ़ने-सुनने को मिल ही जाते हैं। ऐसा ही एक जादू निम्न है, जिसके पीछे कुछ नहीं, सिर्फ हाथ की सफाई एवं रासायनिक क्रिया छिपी साबुत नारियल में तीन आँखें होती हैं, आप सभी ने इसे देखा होगा। बस, इन्हीं तीन आँखों में से एक आँख को सावधानीपूर्वक छेद करके खोल लेते हैं और इसमें जुही, चमेली या बेला के फूल की कुछ कलियाँ प्रयोग दिखाने से आठ-दस घंटे पूर्व डाल दी जाती हैं और छेद को पुनः बंद कर देते हैं। कुछ नारियल की जटाओं में सूखे सोडियम धातु को भी छोटे-छोटे टुकड़ों में कर छिपा देते हैं। फिर जादू दिखाने के लिए नारियल में से फूल निकलने की भविष्यवाणी की जाती है। वे कहते हैं कि यदि देवी या भगवान प्रसन्न नहीं होगा तो नारियल जल जाएगा, अन्यथा फूल मिलेंगे। कुछ भक्तों को वे नारियल तोड़कर, फूल निकालकर देते हैं तथा उनसे प्रशंसा प्राप्त करते हैं, तो कुछ को देवी का आह्वान करते हुए दूसरे नारियल में छिपे सोडियम पर पानी छिड़क देते हैं। बस, पानी पड़ते ही नारियल आग पकड़ लेता है और भक्तजन समझते हैं कि सचमुच में भगवान् या देवी माँ अप्रसन्न हैं और घबराहट में अनिष्ट से बचने के लिए उसके बताए अनुसार अनुष्ठान एवं पूजा-अर्चना आदि करने लगते हैं।
परंतु सच तो यह है कि यहाँ नारियल में छिपा हुआ सोडियम पानी पड़ते ही जलने लगता है। इसीलिए सोडियम धातु को पानी से दूर केरोसिन (मिट्टी के तेल) में सुरक्षित रखते हैं। पहलेवाले जादू में छिपी कलियाँ समय पाकर फूल का रूप ले लेती हैं। अतः इन सभी जादुओं के पीछे उपर्यक्त भौतिक, रासायनिक क्रियाएँ होती हैं।
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