अपने मित्र को पत्र लिखकर एक प्रसिद्ध मंदिर में अपने भ्रमण का वर्णन करें।

31-काजीमुरम,
मलेरकोटला।
जुलाई 25, 20....

मेरे प्रिय गंभीर,
पिछले रविवार ही मुझे अमृतसर में स्वर्ण मन्दिर (हरिमन्दिर साहिब) जाने का मौका मिला। मैं वहां अपने भाई के साथ गया था। स्वर्ण मन्दिर सिक्खों का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। यह साफ पानी के सरोवर के बीचों-बीच स्थित है। लोग दूर-दूर से गुरु ग्रन्थ साहिब को माथा टेकने यहां आते हैं।

सबसे पहले हमने सरोवर में डुबकी लगाई। उसके बाद हमने प्रसाद चढ़ाया तथा माथा टेका। कुछ देर वहां बैठ कर हमने शब्द-गुरवाणी सुनने का अवसर प्राप्त किया। उसके पश्चात् हम लंगर-हाल की ओर चले गए। वहां पर सभी अनुयायी कतारों में बैठे हुए थे। हमने सबके साथ मिलकर खाना खाया।

स्वर्ण मन्दिर में हमारे भ्रमण से मन को बहुत शांति प्राप्त हुई। हमने शांत वातावरण में अलौकिक शांति का अनुभव किया। हमारा बाहर आने का मन नहीं कर रहा था, किन्तु हमें आना पड़ा। मेरा मन कर रहा था कि मैं सदा के लिए वहां रह लूं। मैं आज भी उन पलों का आनन्द उठाता हूँ। मैं तुम्हें सलाह देता हूँ कि तुम भी वहां जा कर आओ।
शुभकामनाओं सहित।

तुमहारा विश्वासपात्र,
नरिंद्र कुमार