भारत का भविष्य
Bharat ka Bhavishya


भारत का अर्थ-सौभाग्य से आज भारत अंगड़ाई ले रहा है-जन-जागति। शिक्षा, चिकित्सा, खेल-कूद, विज्ञान, तकनीक में भारत के कदम आगे ही आगे। भारत के पास श्रेष्ठतुम डॉक्टर, वैज्ञानिक, इंजीनियर, तकनीशियन, कंप्यूटर-वैज्ञानिक । मानव-शक्ति में भारत विश्व का दूसरा बड़ा देश। औद्योगिक क्रांति की शुरुआत-उद्योगों का आरंभ-समृद्धि की शुरुआत-विश्व की सबसे बड़ी मंडी। चिकित्सा के क्षेत्र में भी विकास-मृत्यु-दर में कमी-राष्ट्रीय आय बढ़ी। परमाण-शक्ति का विकास। भारत की सेनाएँ सशक्त। भारत की नीति-शांति-नीति। विश्व का सबसे बड़ा प्रजातंत्र। कुछ बाधाएँ-भ्रष्टाचार, महँगाई, गरीबी, साधनहीनता, कर्ज, विदेशी दबाव। परंतु जागरूकता के होते हुए कोई खतरा नहीं। भारत पुनः विश्व का अगुआ बनकर रहेगा।