आपका मित्र विदेश जा रहा है। उसे शुभकामना पत्र लिखिए।

अभिषेक गुप्ता

165, आदर्श नगर

भुवनेश्वर

जुलाई 12, 2014

प्रिय मयंक

बहुत बधाई!

पता चला है कि तुम जर्मनी में होने वाले विश्व-छात्र सम्मेलन में भाग लेने के लिए अपने विद्यालय से चुने गए हो और 20 अगस्त को यात्रा पर जा रहे हो। मुझे यह समाचार सुनकर बहुत खुशी मिली। मन में आया कि काश मैं भी तुम्हारे साथ होता! परंतु तुम जा रहे हो तो मैं सोचूँगा कि मैं ही जा रहा हूँ। मैं तुम्हारी आँखों से जर्मनी को देलूँगा। तुम वापस आकर मुझे अपने अनुभव बताना। तुम जर्मनी जिस काम के लिए जा रहे हो, उसमें पूरी तन्मयता से मन लगाना। भगवान करे, यह अवसर तुम्हारे लिए चिरस्मरणीय बन जाए और आगे प्रगति के द्वार खोले।

मेरी ओर से ढेर सारी शुभकामनाएँ!

भवदीय

अभिषेक