प्रणब मुखर्जी 
Pranab Mukharjee

श्री प्रणव मुखर्जी भारत के तेरहवें राष्ट्रपति निर्वाचित हुए। उनका जन्म सन 1936 में पश्चिम बंगाल के मिराती गाँव में हुआ। वे पश्चिम बंगाल के वीर भूम में पले-बढ़े। उस समय उन्हें 'पोल्ट्' नाम से भी जाना जाता था। उन्होंने कोलकाता में डिप्टी एकाउटेंट जनरल के कार्यालय में एक क्लर्क के रूप में अपने कैरियर की शरुआत की। वे वीरभम कालेज में अध्यापक भी रहे तथा उन्होंने एक बंगाली प्रकाशन में पत्रकार के रूप में भी कार्य किया। प्रणव दा को खान-पान में फिश करी बहुत पंसद हैं। मंगलवार के अतिरिक्त वे प्रतिदिन ही इसे खाना पंसद करते हैं। उन्हें सब्जियों के साथ पकाए जाने वाले पोस्त केबीज भी काफी अच्छे लगते हैं। वे सुबह जल्दी उठकर टहलना पसंद करते हैं। प्रतिदिन का कार्य वह पूजा करने के बाद दी शरू करते हैं। रात्रि को सोने से पहले वह पढ़ते हैं तथा दोपहर में भी घंटे भर की झपकी लेते हैं। दादा के राजनैतिक जीवन का प्रारम्भ पश्चिम बंगाल के एक छोटे से गाँव से हुआ। वह चालीस वर्ष तक हर बार कांग्रेस सरकार में महत्वपूर्ण मंत्रालयों में मंत्री रहे। बचपन में राष्ट्रपति का घोड़ा बनना चाहते थे तभी इनकी बड़ी बहन ने कह दिया था कि एक दिन वे राष्ट्रपति अवश्य बनेंगे। 25 जुलाई 2012 को प्रणव मुखर्जी ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली।