मित्र के जन्मदिवस-उत्सव में न पहुँच पाने का कारण बताते हुए उसे पत्र लिखिए।
स्मिता मिगलानी
231, सैक्टर-14
गुड़गाँव
13.3.2014
प्रिय सोनाली
स्नेह !
आशा है, तू आनंदपूर्वक होगी। अपने सोलहवें जन्मदिवस के बाद तेरे जीवन में खुशहाली और अधिक बढ़ गई होगी। मैं चाहती थी कि तेरे जन्मदिवस पर अवश्य तेरे पास होती। खूब खाती-पीती, नाचती-गाती और मज़ा करती। परंतु यह हो न सका। तुम जानती हो, मेरी वार्षिक परीक्षाएँ समाप्त नहीं हुई हैं। तुम्हारे जन्मदिवस वाले दिन भी मेरी परीक्षा थी। इसलिए मन मार कर रह गई।
तुझे ढेरों-ढेर बधाइयाँ ! भगवान करे, जीवन की सारी खुशियाँ तुझ पर न्योछावर हों। मैं कभी फिर आकर तुझसे पार्टी लूंगी तेरे लिए एक मनमोहक उपहार मेरे पास बँधा रखा है। परीक्षाएँ समाप्त होते ही तेरे पास आ धमकूँगी।
तेरी सखी
स्मिता
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