मेरा स्कूल 
Mera School


मेरे स्कूल में आठ सौ विद्यार्थी पढ़ते हैं। उसमें  दस श्रेणियां हैं । उसका भवन बहुत सुन्दर है। बीचबीच में घास वाले छोटे-छोटे क्षेत्र हैं। मुख्याध्यापक का कमरा अलग है। उसके बाहर एक सेवक बैठा रहता है। स्कूल के कार्यालय में चार क्लर्क हैं । हरएक _श्रेणी के दो-दो भाग (सैक्शन) हैं। प्रत्येक भाग में लगभग चालीस विद्यार्थी हैं। _हर एक कमरे में अध्यापक के लिये कुर्सी और मेज हैं। विद्यार्थी बैंचों पर बैठते हैं। सामने की ओर एक काला बोर्ड होता है। जिस पर अध्यापक चाक से लिखकर समझाते हैं । गर्मियों में छत के पंखे चलते हैं।

मेरे स्कूल में पच्चीस अध्यापक हैं। वे हिन्दी, अंग्रेजी, पंजाबी, गणित, विज्ञान, सामाजिक अध्ययन आदि विषय पढ़ाते हैं। वे बड़ी लगन से पढ़ाते हैं। मेरे स्कूल के मुख्याध्यापक बड़े योग्य व्यक्ति हैं । उनका स्वभाव बड़ा मधुर है।

मेरे स्कूल में विद्यार्थी साफ-सुथरे कपड़े पहनकर स्कूल में आते हैं। हमारे स्कूल में एक पुस्तकालय भी है। मेरे स्कूल में पानी पोने और शौच आदि जाने के लिए अलग स्थान बने हैं। कागज, छिलके आदि फेंकने के लिए कोनों में डोल रखे हुए हैं।

मेरे स्कूल की पढ़ाई अच्छी है। परीक्षाओं के परिणाम उत्तम हैं। यहां के विद्यार्थी भाषण और कविता प्रतियोगिता में भाग लेते हैं। हमारे स्कूल में सप्ताह में एक दिन बाल-सभा होती है। हमारे स्कूल के पास ही दो क्रीड़ा-क्षेत्र हैं । विद्यार्थी खेलों में उत्साह से भाग लेते हैं। उन्होंने कई मैच जीते हैं।

इस स्कूल में पढ़ते हुए मुझे बड़ी प्रसन्नता होती