शांति सोने की तरह कीमती होती है 
Shanti Sone ki Tarha Kimati Hoti Hai

इसका अर्थ जीवन में शांति की महत्त्वता है। जो व्यक्ति हर समय फालतू बोलता रहता है उसे बक बक करने वाला कहा जाता है। वह व्यर्थ में ही अपने श्रोताओं की सहनशीलता की परीक्षा लेता रहता है। उसका लक्ष्य सदा ही स्वयं को दूसरों से ऊँचा दिखाना होता है। उसे दूसरों को भावनाओं की परवाह नहीं होती तथा न ही वह दूसरों को उनकी भावनाएं व्यक्त करने का अवसर देता है। उसे इस बात का एहसास ही नहीं होता कि उसकी बातें दूसरों को बोर कर रही हैं। दूसरों को इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है। ऐसे व्यक्ति ही अपने श्रोताओं के बीच झगड़ा तथा गुस्सा पैदा करते हैं। दूसरी ओर शांत व्यक्तित्व वाले लोग बहुत कम बोलते हैं। वे कम शब्दों में पूरी बात कह जाते हैं। उन्हें जीवन में शांति की महत्त्वता पता होती है। शांति दिमागी ताकत प्रदान करती है। इससे हमारी ऊर्जा संगठित रहती है। इसी कारण बड़े-बड़े संत-महात्मा अधिकतर चुप रहना पसन्द करते हैं। कम बोलो किन्तु ऊँचा बोलो। शांति एक प्रकार का अनुशासन है जो अन्दर से पैदा होता है। इसलिए किसी ने सही कहा है कि भाषण यदि चांदी है तो चुप्पी खरा सोना।