विद्यार्थियों पर टीवी का प्रभाव 
Vidyarthiyo par TV ka Prabhav


संकेत बिंदु-प्रस्तावना -मनोरंजन के साधन के रूप में -शिक्षा के माध्यम के रूप में -निष्कर्ष 


विज्ञान को एक चमत्कारी देन है- टीवी। आज के युग में टीवी मनोरंजन का पर्याय बन चुका है। टीवी पर अनेक मनोरंजक और शिक्षाप्रद कार्यक्रम प्रसारित होते हैं। टीवी पर नृत्य-संगीत, फिल्म तथा धारावाहिक आदि हमारा मनोरंजन करते हैं। हंसी के भी अनेक कार्यक्रम आ रहे हैं। इन कार्यक्रमों को सभी देखते हैं। विद्यार्थी वर्ग भी इन कार्यक्रमों को देखता है।  उन पर टीवी के कार्यक्रमों का व्यापक प्रभाव देखने में आता है। यह प्रभाव सकारात्मक तथा नकारात्मक दोनों प्रकार का है। इससे विद्यार्थी काफी कुछ नया सीखते हैं। उनका मनोरंजन तो होता ही है, साथ ही वे भी ऐसा करने की प्रेरणा प्राप्त करते हैं। शिक्षाप्रद कार्यक्रम उनका ज्ञान बढ़ाते हैं। टीवी का नकारात्मक प्रभाव है-अश्लीलता, हिंसा तथा फूडड़ फैशन को बढ़ावा देना इस युवा पीढ़ी पर शीघ्र प्रभाव पड़ता है। उन्हें इससे बचाना होगा। विद्यार्थी वर्ग को टीवी से वंचित नहीं रखा जा सकता। पर इसके कार्यक्रमों पर में सुधार अवश्य लाया जाना चाहिए। टीवी के माध्यम से उनको शिक्षित किया जा सकता है और उनका स्वस्य मनोरंजन किय जा सकता है। टीवी के कार्यक्रमों का उन पर व्यापक प्रभाव पड़ता है।