बढ़ती जनसंख्या 
Badhti Jansankhya 


संकेत बिंदु -जनसंख्या वृद्धि एक भयावह समस्या -परिणाम -कारण और समाधान 


भारत को जनसंख्या अत्यंत तीव्र गति से बढ़ती चली जा रही है। देश को आजादी मिलते समय भारत की आबादी कुल करोड़ थी जो अब बढ़कर 135 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई है। यह अंधाधुंध वृद्धि भयावह समस्याओं को जन्म दे रही है। इसके कारण शिक्षा, चिकित्सा, आवास तथा रोजगार की विकट समस्याएं उत्पन हो गई हैं। बेरोजगारी तेज़ गति से बढ़ रही है। स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह चरमरा गई हैं। सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहती हैं। जमीन की भारी कमी हो गई है। मकान बनाने के लिए जमीन उपलब्ध नहीं हो पाती। चारों ओर भीड ही भीड़ है। जीवनोपयोगी वस्तुओं का अभाव बना रहता हे अगले वर्षों में यह समस्या और विकराल रूप धारण कर लेगी। इस बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण पाना अत्यंत आवश्यक है वरना प्रगति की रफ्तार में हम बुरी तरह पिछड़ जाएंगे। इस बढ़ती जनसंख्या ने संसाधनों का घोर अकाल उत्पन्न कर दिया है। हमारी योजनाए दम तोड़ती प्रतीत होती हैं। हमें जनसंख्या की अंधाधुध वृद्धि पर तुरंत रोक लगानी होगी। इसके लिए अनेक उपाय बरतने होंगे। भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए जनसंख्या पर नियंत्रण आवश्यक है।