कौआ 
Crow


कौआ एक बहुत ही साधारण पक्षी है। यह संसार में हर जगह पाया जाता है। यह काले रंग का होता है। इसकी वाणी कठोर व अप्रिय होती है। लेकिन यह एक क्लीनर' पक्षी है याने एक ऐसा पक्षी जो गन्दगी को तो साफ करता ही है, साथ ही पर्यावरण को भी शुद्ध बनाए रखता है। यह बहुत-सी गन्दगी तथा बेकार वस्तुओं को खाकर खत्म कर देता है। यह बहुत-सी चीजें खा सकता है जैसे-रोटी, डबल-रोटी, मिठाई, नाशता, मांस तथा मरे हुए जानवरों का माँस भी खा जाता है। इसकी चोंच मजबूत होती है। यह कठोर से कठोर चीज़ को भी आसानी से तोड़ सकती है। तथा यह पक्षी दूसरी चिड़िया के बच्चों को भी मारकर खा जाता है।

कौए पेड़ पर झंड' में रहते हैं। वह बहुत चालाक होते हैं और घर और दुकानों से खाने की चीज़ों को भी चुरा लेते हैं। वह डरपोक नहीं होते व कभी-कभी बच्चों के हाथों से भी चीजें छीन लेते हैं। वह सुबह जल्दी उठते हैं और अपनी कर्कश वाणी में काँय-काँय करना शुरू कर देते हैं। शाम को सोने से पहले भी ये समूह बनाकर काँए-काँए करते है। अगर कोई खतरा दिखाई देता है तब भी यह काँए-काँए करना शुरू कर देते हैं। जब वह किसी बिल्ली को भी देख लेता है तो जोर-जोर से चिल्ला कर काँए-काँए करने लगता है।

पहाड़ों पर रहने वाले कौए आकार में बड़े तथा सम्पूर्ण काले होते हैं जबकि बाकी सब कौओं की गरदन सलेटी रंग की होती है। यह कोयल द्वारा आसानी से मूर्ख बना दिए जोते हैं। कोयल कौए के अण्डों को गिरा देती है व घोंसले में अपने अण्डे रख देती है। और फिर कौआ अनजाने में कोयल के अण्डों पर बैठकर उन्हें सेता रहता है और कोयल के बच्चे जन्म लेते हैं। एक अन्य चिड़िया भी कौए की भाँति ही दिखती है जिसे जैक-डाव के नाम से जाना जाता है। कई बार यह छोटी-छोटी चमकीली चीजों को भी चुरा लेती है। कौआ इंसान का सबसेअच्छा मित्र है क्योंकि यह सभी बेकार वस्तुओं को खा जाता है। यह एक अच्छा प्रकृतिक क्लीनर है। इसलिए यह सम्मान का अधिकारी है तथा इसके हम कृतज्ञ हैं।