हमारे वस्त्र 
Hamare Vastra


एक चिड़िया की पहचान उसके पंखों से होती है और एक इन्सान की पहचान उसके कपड़ों से होती है। वस्त्र हमें धारणकर्ता के बारे में बहुत-सी जानकारी देते हैं। यह धारण करने वालों की जानकारी देते हैं। अभिजात्य तथा राजकुमारियाँ भव्य व कलात्मक वस्त्र धारण करती हैं। उनके रेशमी और बहुत खूबसूरत वस्त्र कुशल दरजी द्वारा सिले जाते हैं। व्यापारी व धनी व्यक्ति केवल अपने वस्त्रों के द्वारा आसानी से पहचाने जा सकते हैं, जबकी साधारण स्त्री-पुरुष सस्ते, साधारण और टिकाऊ वस्त्र धारण करते हैं। एक किसान बहुत ही कम व जरूरी, मोटे कपड़े से बने वस्त्र धारण करता है। पुलिसवाला, डाकिया, रेलवे कुली व अग्निशामक व्यक्ति अपनी वर्दी द्वारा आसानी से पहचान लिए जाते हैं। नर्स, डॉक्टर भी विशेष वस्त्र धारण करते हैं। स्कूलों में यूनीफॉर्म पहनी जाती है। पर विशेष अवसर तथा समारोह में विशेष रंग-बिरंगे वस्त्रों का प्रयोग किया जाता है। शोक के अवसर पर काले या सफ़ेद रंग के वस्त्र प्रयोग होते हैं। वस्त्रों की सहायता से हमें व्यक्ति के वास्तविक. सामाजिक स्तर और हैसियत का पता चलता है। वस्त्रों से किसी व्यक्ति की लिंग व सम्प्रदाय का पता चल जाता है। वस्त्रों से आयु का भी अनुमान लगाया जाता है। युवा स्त्री-पुरुष रंग-बिरंगे दिखावटी एवं फैशन के अनसार कपड़ों को धारण करते हैं। लोग अपने व्यक्तित्व और कपड़ों के बारे में सतर्क रहते हैं। पर वरिष्ठ नागरिकों में अपने कपड़ों के प्रति कोई चिन्ता नहीं होती। वह हमेशा साधारण, उपयोगी व मौसम के अनुसार वस्त्र धारण करते हैं। वह वस्त्रों पर कम से कम खर्च करते हैं

सर्दियों में हम गर्म एवं मोटे कपड़े पहनते हैं। गर्मियों में ढीले और हल्के रंग के वस्त्र पहनना पसंद करते हैं। वस्त्र विभिन्न भौगोलिक स्थिति के अनुरूप धारण किए जाते हैं। कपड़ों की पसंद के बहुत से तथ्य हैं। कुछ लोग अपने आप ही बढ़िया, सुन्दर व परिष्कृत' ढंग के वस्त्र धारण करते हैं। जैसा कि समाज में चल रहा होता है। वह अपने परिचित व्यक्तियों पर अनुकूल प्रभाव डालते हैं। इससे प्रचलित कपड़ों की एक दिशा है। फैशन के क्षेत्र में बहुत बड़ी संख्या में कारीगर (फैशन डिज़ाइनर) हैं जो हमेशा नए-नए डिज़ाइनों को बनाने में व्यस्त रहते हैं। वह प्रत्येक अवसर और रुचि का ध्यान रखते हैं। प्रतिदिन फैशन शो होते हैं जिनमें मॉडल विभिन्न नए फैशन तथा आकर्षित करने वाले वस्त्र पहनकर आते हैं।

वस्त्र हमारे जीवन की मूलभूत आवश्यकता हैं। वह हमें ठन्ड, धूप और बाहरी प्रभाव से बचाते हैं। वस्त्र हमें जानवरों से पृथक करते हैं। वस्त्र हमारी सभ्यता व उन्नति की कहानी सुनाते हैं। वस्त्र का आविष्कार मानव विकास के सिलसिले में एक मील का पत्थर है।

जहाँ तक संभव हो हमें सदैव सुविधाजनक, अनुकूल, व्यावहारिक, सस्ते एवं उपयोगी वस्त्र पहनने चाहिए। कपड़े हमारे लिए बने हैं, न कि हम कपड़ों के लिए। हमें कपड़ों का चुनाव करते समय मुख्य ध्यान सुविधा एवं सरलता पर रखना चाहिए।