मेरी पहली हवाई यात्रा 
Meri Pehli Hawai Yatra


इस बार गर्मियों की छुट्टियों में मेरे माता-पिता ने श्रीनगर जाने का प्रोग्राम बनाया। मेरे पिता जी ने इंटरनेट के माध्यम से 'गो एयर' कंपनी की टिकट बुक करवा दीं। यात्रा के निर्धारित दिन हम टैक्सी से हवाई अड्डे पर पहुँच गए। हम पूछताछ करके 'गो एयर' कंपनी के काउंटर पर पहुँचे। हमनें अपना सामान चैक करवाया और उन्होंने बताया कि हमारा वह सामान सीधा जहाज़ में रखवा दिया जाएगा। हमें अपने सामान की रसीद और यात्री पास दे दिए गए। सामान जमा करवाकर हम उस ओर बढ़े जहाँ व्यक्तियों के हैंडबैग, मोबाइल, लैपटॉप, कैमरा आदि की चैकिंग की जा रही थी। कम्प्यूटर तकनीक के माध्यम से सामान की चैकिंग देखकर मैं दंग रह गई। पहली हवाई यात्रा का आनन्द उठाने के लिए मैं उत्सुक थी। इसके बाद हम निर्धारित स्थान पर पहुँच गए, हमारी टिकटें चैक हुईं और हम जहाज़ में जा बैठे। जहाज़ में विमान परिचारिकाओं ने हमारा स्वागत किया, हमें सीट बैल्ट बाँधने की हिदायतें दी और कुछ ही पलों में जहाज़ ने उड़ान भरी और देखते ही देखते वह बादलों के बीच था। इतनी सुखद व रोमांचकारी यात्रा मेरे लिए अविस्मरणीय रहेगी।