मेरी दिनचर्या 
Mera Dincharya 


दिनचर्या से अभिप्राय है- नित्य किए जाने वाले काम। इन कामों को योजनाबद्ध तरीके से करना चाहिए। मैंने अपनी पढ़ाई, व्यायाम, खेलकूद, मनोरंजन व विश्राम आदि के आधार पर अपनी दिनचर्या बनायी हुई है। इसी के आधार पर मैं दिनभर काम करता हूँ। मेरा स्कूल सुबह आठ बजे लगता है, किन्तु मैं सुबह पाँच बजे उठकर पहले अपने पिता जी के साथ सैर को जाता हूँ। कुछ व्यायाम भी करता हूँ। घर आकर नहा-धोकर थोड़ी देर पढ़ता हूँ क्योंकि इस समय वातावरण में शान्ति होती है तथा दिमाग ताज़ा होता है। नाश्ता करके मैं सुबह स्कूल चला जाता है। स्कूल से छुट्टी के बाद खाना खाकर मैं पहले थोड़ी देर आराम करता हूँ। मुझे फुटबॉल खेलना बहुत अच्छा लगता है। इसलिए मैं शाम को एक घंटा फुटबॉल खेलता हूँ। मैं खेलने के बाद घर आकर स्कूल से मिले होमवर्क को करता हूँ। होमवर्क के बाद मैं कठिन विषयों का अभ्यास भी करता हूँ। इसके बाद मैं लगभग आधा घंटा टेलीविज़न पर अपना मनपसंद चैनल देखता हूँ। फिर खाना खाकर थोड़ी देर सैर भी करता हूँ। तत्पश्चात सरल विषयों का भी अध्ययन करता हूँ। मैं रात को सोने से पहले प्रभु का स्मरण करता हूँ और सो जाता हूँ। इस दिनचर्या से मेरा जीवन नियमित हो गया है।