विद्यार्थी और अनुशासन 
Vidyarthi Aur Anushasan


अनु+शासन के मेल से बना है - अनुशासन । 'अनु' अर्थात पीछे या साथ और शासन का अर्थ है-नियम, विधि अथवा नियंत्रण आदि। अतः अनुशासन का अर्थ है शासन के बनाए नियमों पर चलना। विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का बहुत महत्त्व है। विद्यार्थी जीवन व्यक्ति के सम्पूर्ण जीवन की नींव है। आज के विद्यार्थी कल के नेता हैं। विद्यार्थी को श्रेणियों में पास होने पर डिग्रियाँ देने से ही शिक्षा पूर्ण नहीं हो जाती अपितु इनके साथ-साथ विद्यार्थी को अनुशासित बनाना भी शिक्षा का उद्देश्य है। उनमें अनुशासन को इस तरह विकसित करना चाहिए कि वे उसे जीवन का अभिन्न अंग मानें। विद्यालय के नियमों का पालन करना, कक्षा में शांतिपूर्वक बैठकर अध्यापकों द्वारा पढ़ाए जा रहे पाठ को ध्यानपूर्वक सुनना, समय का सदुपयोग करना, पुस्तकालय में चुपचाप बैठकर पढ़ना आदि बातें विद्यार्थी के अनुशासन पालन के अंतर्गत आती हैं। विद्यार्थी को कभी भी अनुशासनहीनता का मार्ग नहीं अपनाना चाहिए क्योंकि एक अनुशासित विद्यार्थी ही एक अच्छा नागरिक बनकर देश के विकास में अपना योगदान दे सकता है।