अपने गाँव में ग्रीष्मावकाश बिताने के लिए अपने मित्र को आमंत्रित करें।

मुंबई

2 अप्रैल, 2007

प्रिय प्रियंका,

प्रेमाभिवादन।

कल तुम्हारा पत्र मिला। पत्र से ज्ञात हुआ कि तुम्हारा विद्यालय ग्रीष्मावकाश के लिए 1 जून से बंद होगा। गत वर्ष तुमने वादा किया था कि गर्मी की छुट्टियाँ तुम मेरे साथ बहन संगीता बिताओगी। इस वर्ष तुम्हें अपना वादा निभाना होगा। उस समय मेरी भी बनारस से यहाँ आ जाएगी। तुम आ जाओ तो हम एक साथ छुट्टियों का आनंद उठाएँगे। तुम्हारे साथ की मुझे आतुरता से प्रतीक्षा है।

घर के सभी बड़े भी तुम्हें बहुत याद करते हैं तथा आशीर्वाद देते हैं। अपने परिवार के सभी बड़े को मेरा प्रणाम कहना और छोटों को शुभ प्यार देना।

सदैव तुम्हारी