नीति
Niti



अपनी ही नज़र में जो गिर गया, सैकड़ों के उठाए नहीं उठ सकता।

अज्ञात


भावनाओं को पवित्र बनाने के लिए नशेबाजी को छोड़ना आवश्यक है।

अज्ञात


अपनी मान्यताओं को सर्वश्रेष्ठ मानकर दूसरों की आलोचना नहीं करनी चाहिए।

अज्ञात


भोगने से भोग की इच्छा शांत नहीं, प्रज्वलित ही होती है।

अज्ञात


अपनी बुराई अपने इसी जीवन में मरने दो।

अज्ञात


जो तुम दूसरों से चाहते हो, उसे पहले स्वयं करो।

अज्ञात


सिंह नीति से नहीं सीखता, वह केवल बल से ही जीवों का नाश करता है। परंतु शिक्षित, धीर पुरुष अपनी नीति से सैकड़ों सिंहों को मार देता है।

अज्ञात


मूर्खा से प्रशंसा के गीत सुनने की बजाय बुद्धिमान की फटकार सुनना कहीं अच्छा है।

इंजील


अमर होने के लिए जरूरी है कि पहले आप अपने तरीके से जीवित रहना

सीखें।

कन्फ्यूशियस


महान पुरुष वही है जो न किसी का शासन मानता है और न किसी पर शासन करता है।

खलील जिब्रान


मुझे कभी इसका दुःख नहीं हुआ कि मैं मौन क्यों रहा, लेकिन इसका खेद कई बार हुआ कि मैं बोल क्यों पड़ा।

पाइथागोरस


मनुष्य जन्म से न तो मस्तक पर तिलक लगाकर आता है, न यज्ञोपवीत, जो सत्कर्म करता है वह द्विज और जो कुकर्म करता है वह नीच।

भगवान बुद्ध


नीति, विवेक और चातुर्य हमारे जीवन के अभिन्न अंग होने चाहिए।

लिंकन


अहंकार ही अनीति है व विश्वव्यापकता ही नीति है।

स्वामी विवेकानंद