मानवता
Humanity
यह ध्येय है; मृत्यु नहीं, जो मानव को शहीद बना देता है।
नेपोलियन
आपत्ति मनुष्य बनाती है और संपत्ति राक्षस ।
विक्टर ह्यूगो
मानव का दानव होना उसकी हार है। मानव का महामानव होना उसका चमत्कार है, और मनुष्य का 'मानव' होना उसकी जीत है।
डा. राधाकृष्णन
महत्ता सदैव विनयशील होती है और दिखावा पसंद नहीं करती है, किंतु क्षुद्रता सारे संसार में अपने गुणों का ढिंढोरा पीटती नजर आती है।
अज्ञात
जिसमें अच्छी सेवा की योग्यता है, ऐसा मनुष्य कभी बुरा नहीं हो सकता।
बक
मानवता को नाक के बलचलाने के सभी उपलब्ध साधनों में नैतिकता सर्वोत्तम है।
नीत्से
मानव जितना महान् होगा उतना ही नम्र होगा।
टैनिसन
नम्रता और मीठे वचन ही मनुष्य का आभूषण है।
स्वामी विवेकानंद
मेरे विचार में मनुष्य का मूल्य उसके काम या उसके कथन से नहीं, बल्कि वह जीवन में स्वयं क्या बन रहा है, उसे देखकर आंकना चाहिए।
महर्षि अरविंद
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