न्याय
Justice
न्यायसंगत बात कहने के लिए हर समय उपयुक्त समय है।
सोफोक्लीज
अगर आपके पड़ोसी पर अत्याचार और अन्याय हो रहा है और आपको नींद आ जाती है तो अगला नंबर आपका है।
शिव खेड़ा
जहां इंसाफ नहीं होता, वहां नागरिकों की नजरों में कानून के लिए इज्जत गिर जाती है।
शिव खेड़ा
कोई भी इस सिद्धांत को स्वीकार नहीं करेगा कि अन्याय सहने की अपेक्षा अन्याय करना अधिक अच्छा है।
बेइंसाफ और अन्यायी शासन व्यवस्थित शोषण है।
शिव खेड़ा
केवल न्याय में ही वास्तविक सुख है। अन्याय करने वाले को कभी न कभी दुःखी होना पड़ता है।
सुकरात
अगर अन्याय न हो तो बहादुरी का गुण ही समाप्त हो जाएगा।
एजिसलस
उस देश की हानि निश्चित है, जहां इंसाफ और उसूलों से ज्यादा जनमत एहतियात रखता है।
शिव खेड़ा
अन्याय को मिटाओ, लेकिन अपनेआपको मिटाकर नहीं।
प्रेमचंद
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