ज्ञान
Knowledge
ज्ञान केवल सत्य में ही पाया जा सकता है।
गेटे
अज्ञान से भी खतरनाक वह ज्ञान है जो अज्ञान को छिपाने में सहयोगी बनता है।
आचार्य रजनीश
ज्ञान की प्राप्ति केवल विचार से ही हो सकती है, अन्य किसी साधन से नहीं। यह ठीक उसी प्रकार है जैसे बिना प्रकाश की सहायता के कोई वस्तु दृष्टिगोचर नहीं होती।
आदि शंकराचार्य
जो पुरुष क्रोध और हर्ष के उठे हुए वेग को ज्ञानपूर्वक रोकता है और आपत्तियों के आने पर जो मोह को प्राप्त नहीं होता है, वही पुरुष संपत्ति का पात्र होता है।
महात्मा विदुर
एकांत, मूर्ख के लिए कैदखाना और ज्ञानी के लिए स्वर्ग है।
अज्ञात
शिक्षक उस मोमबत्ती के समान है जो खुद को जलाकर दूसरों को उजाला देता है।
ईश्वरचंद्र विद्यासागर
तप का फल है प्रकाश और ज्ञान।
वेदव्यास
दूसरों के अनुभव जान लेना भी व्यक्ति के लिए एक अनुभव है।
रामकृष्ण परमहंस
सुखपूर्वक प्राप्त किया हुआ ज्ञान दुःख के आने पर नष्ट हो जाता है; अतः अपनी शक्ति के अनुसार दुःखों द्वारा आत्मचिंतन करना चाहिए।
भगवान महावीर
ज्ञान तब तक प्राप्त नहीं हो सकता, जब तक मनुष्य अपनेआपको उसकी प्राप्ति का दास ने बना ले।
प्लेटो
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