धीरे-धीरे रे मना धीरे सब कुछ होय

Dhire-Dhire Re Mana Dhire



विचार-बिन्दु 


1 सूक्ति का आशय 

2 संसार की गति सुनिश्चित है 

3 दिन-रात और ऋतओं का चक्र अपनी निश्चित गति से गतिमान 

4 मनुष्य को अधीरता व्यर्थ 

5 समय से पहले कोई सफलता नहीं मिलती 

6 कर्म करके फल की प्रतीक्षा करनी चाहिए।