जब आवै संतोष धन सब धन धूरि समान 

Jab Aave Santosh Dhan



विचार-बिन्दु- 


1 अनेक प्रकार के धन है 

2 सांसारिक धन तृष्णा जगाते हैं 

3 जीवन में अशांति आती है 

4 संतोष रूपी धन से जीवन सुखी हलचल शांत 

5 मन निश्चित 

6 आनंद की प्राप्ति 

7 कर्म-फल में संतोष-सुख खोजना आवश्यक।