एक सर्कस की सैर
Ek Circus Ki Sair
मनोरंजन मनुष्य को दैनिक जीवन के कार्यों से होने वाली थकावट तथा उबाऊपन से मुक्ति दिलाता है। मनोरंजन मनुष्य में एक नयी शक्ति तथा स्फूर्ति भर देता है। मनोरंजन के बहुत से साधन है, जैसे कोई टीवी देखकर, किताबें पढ़कर अपना मनोरंजन करता है तो कोई किसी स्थान का भ्रमण करके, कोई खेल खेलकर अपना दिल बहलाता है। संक्षेप में हम कह सकते हैं कि मनोरंजन प्राप्ति के अनेक साधन हैं। वर्तमान समय में सर्कस भी आनन्द तथा मनोरंजन का एक महत्वपूर्ण साधन है। इस वर्ष जलाई माह में हमारे नगर में 'आनन्द सर्कस' लगा था। यह केवल पच्चीस दिन के लिये शहर में आया था। इस रविवार को मुझे भी सर्कस देखने का अवसर प्राप्त हुआ। मामाजी मुझे तथा घर के अन्य बच्चों को दोपहर तीन बजे से पाँच बजे का शो दिखाने ले गये। वहाँ पहुँचकर हमने देखा कि मैदान में एक बड़ा टैन्ट लगा है। हम सब टिकिट लेकर अपनी जगह पर बैठ गये। एक आदमी ऊँचे स्थान पर बैठकर शो का संचालन कर रहा था। पूरा तम्बू रोशनी से जगमगा रहा था। तभी सारे करतब दिखाने वाले कलाकार करतब दिखाने के लिये बने गोल घेरे में आ गये तथा उन्होंने दर्शकों को सर्कस देखने के लिये आने पर आभार प्रकट किया। उसके बाद शो आरंभ हो गया।
सबसे पहले चार छोटे-छोटे जोकर आये। उन्होंने एक दूसरे की हजामत बनाई। सभी दर्शक उनका खेल देखकर हंसने लगे। उसके बाद कुछ और कलाकार आये जिन्होंने ऊँचाई पर बंधे झूलों पर जाकर आश्चर्यजनक करतब दिखाये। उसके बाद एक लड़की आई उसने अपने सिर पर कप प्लेट की एक लंबी लाइन खड़ी कर ली तथा बिना उन्हें गिराये उसने चलकर भी दिखाया। फिर हाथी ने फुटबाल खेली। कई बार हाथी ने इतनी जोर से गेंद को मारा कि गेंद दर्शकों के बीच जाकर गिरी। फिर जोकर आ गये। उन्होंने सब दर्शकों को कवितायें सुनाई। उनके रंग-बिरंगे कपड़े देखकर हँसी आ रही थी। फिर एक मोटर साइकिल सवार ने एक कुएँ जैसे गहरे गड्डे में अत्यंत तेज गति से मोटर साईकिल चलाई। बीच-बीच में हमने आईसक्रीम तथा शीतल पेय भी पिये। इसके बाद बंदर ने सब्जी बेची, तोतों ने छोटी-छोटी ठेल पर बैठकर एक स्थान से दूसरे स्थान की यात्रा की। हाथी ने डाक्टर बनकर भालू का उपचार किया तथा दवा एक जोकर ने पी ली। सबसे अंत में शेरों का खेल दिखाया गया। यह खेल दिखाने से पहले उस स्थान को बड़े-बड़े लोहे के जालीदार दरवाजों से बन्द कर दिया। फिर एक-एक करके आठ शेर करतब स्थल पर आये। सबने आग के घेरे में छलाँग लगाई। उनके यह करतब देखकर सब आश्चर्य में पड़ गये कि किस प्रकार जंगल का राजा शेर मनुष्य के आदेशों का पालन कर रहा है। इस कार्यक्रम के बाद सर्कस के इस शो की समाप्ति की घोषणा कर दी गयी। सब लोग अपने-अपने घरों को लौटे। मैंने इस सर्कस का भरपूर आनन्द लिया तथा मामाजी को इतना रोमांचक सर्कस दिखवाने का धन्यवाद दिया।
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