ताजमहल की सैर 
Tajmahal Ki Sair



आगरा एक ऐतिहासिक नगर है। यहाँ अनेक ऐतिहासिक भवन हैं। किन्तु ताजमहल उन सबमें सुन्दर है। ताजमहल विश्व के सात महान आश्चर्यों में से एक है। यह सुन्दर इमारत भारत में ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व में प्रसिद्ध है। यह मुगलकाल की सुन्दर वास्तुकला का सवात्तम उदाहरण है। ताजमहल यमुना नदी के किनारे आगरा शहर के बाहरी भाग पर बना है। इस भवन का निर्माण मुगल शासक शाहजहाँ ने अपनी प्रिय रानी अर्जुमन्द बानो बेगम की याद में करवाया था। शाहजहाँ उसे मुमताज महल कहता था। शाहजहाँ मुमताज महल से अत्यधिक प्रेम करता था। उसकी मृत्यु होने पर उसकी याद में उसने यह भवन बनवाया। इसीलिये ताजमहल को प्रेम की निशानी भी माना जाता है। ताजमहल सफेद संगमरमर से बना है। यह इतनी विशाल इमारत है कि हजारों मजदूरों ने इसे बनाने में बाईस वर्षों का समय लिया था। ताजमहल 1631 ई. में बनना आरम्भ हुआ तथा 1653 ई. में इसका निर्माण कार्य पूर्ण रूप से समाप्त हुआ। उस्ताद ईसा आफन्दी, जो रोम के रहने वाले थे तथामोहम्मद शरीफ समरकंदी ताजमहल के प्रमुख वास्तुविद् थे। ताजमहल के एक ओर मस्जिद तथा दूसरी तरफ तस्बीहखाना निर्मित करवाया गया है। 


ताजमहल के चारों कानों पर सफेद संगमरमर से बनी चारमीनारें हैं तथा बीच में बड़ा गुंबदवाला भवन हैं। इसी भवन में मुमताज महल तथा शाहजहाँ की समाधियाँ हैं। भवन के ऊपरी सतह पर नकली समाधियाँ बनाई गई हैं। असली समाधियाँ नीचे हैं। ताजमहल की सुन्दरता को देखने के लिये देश विदेश से हर वर्ष लाखों पर्यटक आते हैं। प्रत्येक देश का राष्ट्राध्यक्ष ताजमहल की सुन्दरता का आनन्द अवश्य उठाना चाहता है। कवियों ने भी अपनी कविताओं में इसकी सुन्दरता का वर्णन किया है। किसी ने ताजमहल को आंसू की बूंद कहा है तो किसी ने चमकता मोती किसी कवि ने ताजमहल को अलौकिक भवन बताया है तो किसी को इसकी सुन्दरता की प्रशंसा करने के लिये शब्द ही नहीं मिले हैं। चाँदनी रात में तो ताजमहल की सुन्दरता में चार चाँद लग जाते हैं। वर्षा ऋतु में जब चमकती चाँदनी सफेद ताजमहल पर पड़ती हैं तो पूरा वातावरण दूधिया हो जाता है। पास में बहती यमुना नदी वातावरण में और रोमांच भर देती है। वास्तव में ताजमहल वैभवशाली मुगलकाल की उत्कृष्ट कला का एक उदाहरण है। मैं इसको कई बार देख चुका हूँ तथा बार-बार इसकी सुन्दरता तथा वैभव का आनन्द उठाने का इच्छुक हूँ। हमें गर्व है कि विश्व की इतनी सुन्दर इमारत भारतीय इतिहास तथा संस्कृति का अंग है।

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