पिकनिक का आनंद 
Picnic Ka Anand



मनोरंजन मानव जीवन के लिये अत्यंत आवश्यक है। यह हमारे दिमाग तथा शरीर दोनों को नयी स्फूर्ति देता है। मनुष्य जब कार्य करतेकरते थक जाता है तो थोड़ा आराम चाहता है। रोज की दिनचर्या से इंसान का मन ऊब जाता है तथा वह मनोरंजन के लिये कुछ नया करना चाहता है। पिकनिक मनोरंजन का एक अच्छा तथा स्वस्थ साधन है। किसी शान्त वातावरण तथा अच्छे मौसम में घूमने का आनन्द बिल्कुल अलग है। इस वर्ष चौदह नवंबर को बाल दिवस पर हमारे विद्यालय ने छात्रों को पिकनिक पर आगरा के ताजमहल ले जाने का निश्चय किया। विद्यालय ने दो बसें किराये पर ली तथा सभी छात्रों को निर्धारित समय पर विद्यालय आ जाने के लिये कह दिया। उस दिन जाने वाले सभी छात्र प्रात: सात बजे विद्यालय पहुँच गये। बसें तैयार खड़ी थीं। प्रत्येक बस में चार अध्यापक तथा दो चपरासी बच्चों का ध्यान रखने के लिये साथ कर दिये गये। ठीक आठ बजे बसें आगरा की ओर चल दी। मौसम अत्यंत सहावना था। ठंडी हवा चल रही थी। दिल्ली से आगरा तक का मार्ग भी अत्यंत अच्छा था। बस में छात्रों ने दो टीमें बना ली तथा एक सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता जैसा खेल आरम्भ कर दिया। इसमें एक टीम दसरी टीम से सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछती थी तथा सही उत्तर मिलने पर उन्हें अंक भी मिलते थे। बस के शिक्षकों ने निर्णायक की भमिका निभाई। इस प्रकार खेल-खेल में चार घण्टे का समय आसानी से बीत गया। बीच-बीच में छात्रों को फल मिठाई आदि भी वितरित किये गये। 


दोपहर लगभग बारह बजे हमारी बसें ताजमहल के पास पहुँच गयीं। जब हमने ताजमहल में प्रवेश किया तो सफेद संगमरमर का भव्य भवन देखकर आश्चर्य हुआ। कई सौ साल पहले जब विज्ञान ने इतनी प्रगति नहीं की थी तब यह भवन किस प्रकार बना होगा ? भवन की भव्यता देखकर मन अत्यंत प्रसन्न हुआ। ताजमहल के इतिहास की पूर्ण जानकारी देने के लिए हमारे अध्यापकों ने एक गाइड भी किया। सब छात्र पिकनिक का पूर्ण आनन्द उठा रहे थे। ताजमहल में अनेक हौज बने हैं। वहाँ छात्रों ने फोटो भी खिंचवाये। इसके बाद सारे छात्रं वहाँ पास में बने संग्रहालय में भी गये। वहाँ अनेक मुगल शासकों की वस्तुओं, हथियारों को संभाल कर रखा गया था। लगभग तीन घंटे घूमने के बाद सब लोग बाहर आ गये। फिर बाहर आकर छात्रों ने अपने साथ लाये भोजन का आनन्द लिया। छात्रों को विद्यालय की ओर से आगरा के ऐतिहासिक भवनों की एक छोटी पुस्तिका भी दी। फिर सारे छात्रों को लेकर हमारी बस वापस दिल्ली की ओर चल दी। यह पिकनिक वास्तव में अत्यंत मनोरंजक तथा आनन्ददायक थी। हमें इसमें अत्यंत आनन्द आया।

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