नरभक्षी लोग कहां रहते हैं
Narbhakshi lok kaha rehte hai



बड़ी मछली छोटी मछली को खा जाती है और एक मकड़ी दूसरी मकड़ियों को खाती है, पर एक मनुष्य दूसरे मनुष्य को खा जाता है, इस बात पर विश्वास नहीं होता। लेकिन यह सत्य है कि संसार में आज भी कुछ जातियां ऐसी है जो आदमी को खाती है।

प्राचीनकाल में तो बहुत से कबीले ऐसे थे जो आदमी का मांस खाते थे। वे लोग आदमी का मांस इसलिए नहीं खाते थे कि यह उनको अच्छा लगता था, बल्कि उन लोगों के कुछ रीतिरिवाजों के अनुसार आदमी का मांस खाना पवित्र समझा जाता था। कुछ लोगों का विश्वास था कि आदमी जो कुछ खाता है वैसा ही बन जाता है। यदि वह शेर का मांस खाता है तो शेर की तरह बलवान हो जाएगा। बहादुर मनुष्य को मारकर खाने से वहल बहादुर बन जाएगा।

कुछ जातियों का धर्म उन्हें नरभक्षी बनने की अनुमति देता था। कुछ लोग अपराधियों को सजा देने के लिए देवताओं पर उनकी बलि चढ़ाते थे क्योंकि उनका विश्वास था कि अपराधी ने बुरा काम करके देवताओं को अप्रसन्न कर दिया है, देवता केवल उसकी बलि से ही प्रसन्न होगा। जिस आदमी की बलि दी जाती थी उसका मांस प्रसाद के रूप में दूसरे लोग खाते थे। मैक्सिको के आज्तेक जाति के कबीलों में लोग ऐसा ही करते थे।

प्रशांत महासागर के कुछ द्वीपों के कबीलों में आज भी कुछ नरभक्षी मानव पाए जाते हैं। कुछ लोगों का विश्वास है कि न्यूगाइना में भी कुछ नरभक्षी जातियां है। आज संसार में कितनी नरभक्षी जातियां हैं, इस बात का तो कोई ठोस प्रमाण नहीं है।