अपने विद्यालय की किसी घटना (मनोरंजक घटना) का वर्णन करते हुए अपने मित्र को एक पत्र लिखिए।
नेहरू नगर, आगरा
दिनांक : 1-12-20...
प्रिय मित्र
सस्नेह नमस्कार
इधर बहुत दिनों से तुम्हारा पत्र नहीं मिला है। क्यों? अच्छे तो हो न? कल मेरे स्कूल का वार्षिकोत्सव था। एक सप्ताह पहले से ही इसकी तैयारी हो रही थी। सामूहिक गान के लिए कुछ लड़कों को तैयार किया गया था। वाद-विवाद प्रतियोगिता के लिए भी कुछ लड़के तैयार किए गए थे। वाद-विवाद का विषय था 'आज की परीक्षा-पद्धति'। इस अवसर पर एक नाटक (प्रहसन) भी खेला गया।
सुबह से ही स्कूल को सजाया गया। इस अवसर पर विशेष अतिथि थे माननीय मुख्यमंत्री महोदय। उन्होंने अपने छोटे, पर सारगर्भित भाषण में विद्यार्थियों की समस्याओं पर प्रकाश डाला और उन्हें अनुशासित रहने की सलाह दी। इस अवसर पर विद्यालय का पारितोषिक वितरण समारोह भी संपन्न हुआ। प्रहसन (नाटक) के प्रदर्शन से तो सभी आगंतुक हँसते-हँसते लोट-पोट हो गए और सबने यह स्वीकार किया कि यह एक विशेष मनोरंजक दृश्य ही था। अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम से भी लोगों का मनोरंजन हुआ। इस तरह कल का दिन स्कूल के लिए महत्त्वपूर्ण रहा। माँ को प्रणाम।
तुम्हारा
राकेश
पत्र पाने वाले का नाम व पता
श्री शशीभूषण तनेजा
गोल मार्किट
नई दिल्ली-110 001
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