अपने पिता को एक पत्र लिखें, जिसमें अपने विद्यालय के वार्षिक पुरस्कार-वितरण का समारोह वर्णन करें। 


अलीगढ़ 

20-9-200...

पूज्य पिता जी 

सादर प्रणाम 

आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि हमारे स्कूल का वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह कल संपन्न हुआ और उसमें मुझे दो पुरस्कार मिले। एक सप्ताह पूर्व से ही इस समारोह की तैयारी हो रही थी। स्कूल का हॉल अच्छी तरह सजाया गया था। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल इस समारोह के अध्यक्ष थे।

निश्चित समय पर राज्यपाल स्कूल में पधारे। द्वार पर प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों ने उनका स्वागत किया। कार्यवाही का प्रारंभ दो छात्रों द्वारा स्वागत-गान से हुआ। उन्होंने राज्यपाल को माला पहनाई। उसके बाद प्रधानाध्यापक ने एक रिपोर्ट पढ़ी, जिसमें स्कूल के इतिहास एवं इसकी प्रगति की चर्चा की गई। इसके उपरांत संगीत, नृत्य एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इसके बाद पुरस्कार वितरण आरभ हुआ। राज्यपाल पुरस्कार पाने वाले छात्रों से हाथ मिलाते जाते थे। पुरस्कार पाने वाला विद्यार्थी पुरस्कार ग्रहण कर गद्गद् हृदय से अध्यक्ष से हाथ मिलाता तथा उनके आगे सिर झुकाकर उन्हें प्रणाम करता था। मुझे भी दो पुरस्कार मिले। अंत में अध्यक्ष ने एक छोटा, पर शिक्षाप्रद भाषण दिया। उन्होंने अपने भाषण में हमें अनुशासनप्रिय होने की नेक सलाह दी। इसके बाद प्रधानाध्यापक ने राज्यपाल एवं आगंतुक सज्जनों का धन्यवाद किया और 'जन-गण-मन' के सामूहिक गान के बाद सभा की कार्यवाही समाप्त हुई। 

माँ को मेरा प्रणाम कहें और पप्पू को प्यार। 

आपका पुत्र 

रोहन 

पाने वाले का नाम व पता 

श्री विनोद कुमार शर्मा 

बी० 76, सरिता विहार

नई दिल्ली