सहेली के पति की असामयिक मृत्यु पर एक शोक पत्र

रामनगर 

वाराणसी 

4-11-20... 

प्रिय श्रीमती स्नेहलता जी 

आपके आदरणीय पति की असामयिक मृत्यु का समाचार सुनकर इतना दुख हुआ कि उसे शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकती। आप पर तो मुसीबतों का पहाड़ ही टूट पड़ा है। किंतु क्या किया जाए, मृत्यु पर हमारा वश तो नहीं! इस दुखद घड़ी में मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूँ कि वह दिवंगत आत्मा को शांति दे और आपको इतना साहस और शक्ति दें कि आप इस वियोग को सहन कर सकें। आप और आपके बच्चों के प्रति मेरी हार्दिक सहानुभूति है। यदि मैं ऐसे अवसर पर आपकी कोई सेवा कर सकूँ तो मुझे खुशी होगी। आदेश दें। 

भवदीया 

ऊषाकिरण 


पत्र पाने वाले का नाम व पता 

श्रीमती स्नेहलता सहाय 

गोमती नगर

 लखनऊ (उ०प्र०)