भभूत देनेवाली मूर्ति 
Bhabut Dene Wali Murti


आपने अकसर सुना या पढ़ा होगा कि फलाँ-फलाँ मंदिर में भगवान् की मूर्ति बोलती है, हनुमानजी की मूर्ति रो रही है और रोते-रोते उनकी मूर्ति से आँसू के रूप में सिंदूर बहने लगा है। इसी तरह भभूत देनेवाली मूर्ति के बारे में भी सुना होगा। परंतु ऐसा कुछ भी नहीं होता। सिर्फ जनता को धर्मांध बनाकर दान-दक्षिणा बटोरी जाती है।

आप एलुमीनियम धातु से बनी मूर्ति को फ्रेम सहित ले लीजिए। फ्रेम के ऊपर मरक्यरिक क्लोराइड रसायन का पाउडर लगा दीजिए। जब तक एलुमीनियम मरक्युरिक क्लोराइड के संपर्क में रहेगा तब तक भभूत के रूप में फ्रेम से पाउडर झड़ता रहेगा। अत: सावधान ! सोच-समझकर ही ठग साधु-संतों की बातें मानिए। ऐसी भभूत को भूलकर भी न चखें।
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