मातृ
दिवस पर भाषण
Speech on Mother's Day
सम्मानित प्रिंसिपल, माननीय प्रबंध समिति, सम्मानित शिक्षकगण, आदरणीय माताओं और मेरे प्रिय साथी छात्रों – सुप्रभात!
आज मातृ दिवस के इस विशेष अवसर पर मैं स्कूल सभागार में हर मौजूद व्यक्ति का स्वागत करती हूं। इस विद्यालय की एक हेड गर्ल होने के नाते मुझे प्रबंध समिति द्वारा मातृ दिवस पर एक स्पीच देने का यह शानदार अवसर मिला है। सबसे पहले तो मैं मातृ दिवस के दिन माताओं पर स्पीच देने के लिए यह सम्मान देने के लिए समिति का शुक्रिया अदा करना चाहती हूँ। एक बार मैं अपना भाषण समाप्त कर लूँ तो मेरे साथी छात्र मंच पर आकर अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए मुझसे जुड़ सकते हैं। सभी बच्चों की माताओं को एक छत के नीचे देखना वाकई बहुत अच्छा लगता है और वातावरण भी उनकी उपस्थिति के साथ बहुत खुशनुमा हो गया है। हम सभी जानते हैं कि 10 मई का दिन सभी माताओं को समर्पित है और इसलिए इसे मातृ दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन सभी बच्चों के लिए उनकी माताओं के प्रति अपना प्यार और कृत्य व्यक्त करने का सबसे अच्छा समय है ताकि उन्हें यह बताया जाए की वे हमारे लिए विशेष हैं। यह कहना ज़रूरी नहीं कि हमारी माता का हमारे से सबसे महत्वपूर्ण रिश्ता है जिसे भगवान ने हमें उपहार में दिया है। वह ऐसी व्यक्ति है जो हमारी ज़िंदगी को जीने लायक बनाती है। विशेष रिश्तें और संबंध जो हम अपनी माँ के साथ साझा करते हैं उसे शब्दों में वर्णित नहीं किया जा सकता है। माँ अपने बच्चे के लिए बिना शर्त प्यार दिखाती है और अपने मूल्यवान सबक और शिक्षाओं के माध्यम से हमारे जीवन का पोषण करती है। जब हम ठोकर खाते हैं तो उसके समर्थन के साथ ही हम जीवन की सभी कठिनाइयों को दूर कर सकते हैं इसी से हमें सही रास्ते को खोजने में मदद मिलती है। माँ का आशीर्वाद हमें रास्ते में लगी ठोकरों को दूर करता है और हमारे लक्ष्यों को पूरा करने में हमारी मदद करता है। तो क्या यह हमारा कर्तव्य नहीं है कि हम अपनी मां को धैर्य से सुनें और हमारे जीवन में उन्हें महत्व दें? कई दार्शनिकों ने देवताओं के स्तर से बढ़कर मां को दर्जा दिया है और देवी से उनकी तुलना की है। वास्तव में यह सच है क्योंकि वह हमें जन्म देती है और इस धरती पर हमारे अस्तित्व का कारण भी है। वह हमारे जीवन को सुंदर और सार्थक बनाने के लिए जिम्मेदार है। तो जो व्यक्ति हमारे जीवन में इतनी सारी खुशियाँ फ़ैलाता है तो क्या यह हमारी ज़िम्मेदार नहीं बनती कि हम उसे प्यार दे और विशेष महसूस करवाएं? हालांकि वह हमसे भव्य चीजों की अपेक्षा नहीं करती है परन्तु हम केवल अपने सेवा भाव से उन्हें हमारे जीवन में उनके महत्व को महसूस करवा सकते हैं। इसलिए आज के समय को मत गवाओं और उन्हें बताओं कि वह आपके लिए कितनी विशेष है और वह वास्तव में आपके जीवन में एक अनमोल उपहार की तरह है। अपनी मां के साथ इस दिन का जश्न मनाएं और सुनिश्चित करें कि इस दिन के अंत तक उन्हें पता चले की वह आपके लिए कितनी प्रिय है। कभी-कभी हम अपनी मां के संघर्ष और दर्द को भूल जाते हैं और हमें अपने कार्यों के माध्यम से अनजाने में उन्हें चोट पहुँचा बैठते हैं। याद रखें कि हमारी मां कभी भी हमारे साथ अपने संघर्ष के दिनों के दर्द को साझा नहीं करती लेकिन हम कई तरह से उनके बोझ को कम करने और अपने काम से उनकी मदद करने का प्रयास कर सकते हैं। मुझे यकीन है कि आप सभी इस तथ्य से सहमत होंगे कि वे हमारे लिए स्वर्गदूत की तरह हैं जो लगातार हमारे बेहतर जीवन के लिए प्रार्थना कर रही हैं और हम पर अपना प्रेम और दया न्योछावर कर रही हैं। तो आइए हम एक साथ आकर इस क्षण को उनके लिए खास बनाते हैं।
धन्यवाद!
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