विविधता
में एकता पर भाषण
Speech on Unity in Diversity
आदरणीय प्राचार्य, संकाय के सदस्यों, छात्रों और प्यारे दोस्तों, आप सबको यहाँ मेरे साथ पाकर मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है।
जैसा कि आप सब जानते हैं कि हम सब यहाँ एक साथ हमारी विविधता में एकता का जश्न मनाने के लिए मौजूद हैं जो हमारे भारतीय समाज की विशेषता है। हमें यह सोचने की जरुरत है कि शिक्षकों और छात्रों के रूप में हमारी क्षमता के अनुरूप हमारी एकता बढ़ाने के लिए, विविधता को बरकरार रखने के लिए हम क्या कर सकते हैं। किसी भी अन्य संस्था की तरह यहां इस संस्था में भी हमारे अंदर वो सूक्ष्म गुण मौजूद हैं जो भारत को मजबूत बनाते है। भारतीय समाज में देखी जाने वाली विविधता यहां भी देखी जा रही है, है ना? इसलिए यदि हम उस समाज को चाहते हैं जो भारत में शांति और सद्भाव को बनाए रखे हमें अपनी विविधता का जश्न मनाने और बढ़ावा देने के साथ-साथ अपनी एकता को महत्व देने और बढ़ावा देने के लिए इस अकादमिक संस्थान में मेल-जोल की भावना में रहने तथा काम करने की आवश्यकता है। आइए हम विभिन्न त्योहारों को समान उत्साह के साथ इस संस्था में एक साथ मनाए चाहे वह दीवाली, ईद, क्रिसमस, बुद्ध पूर्णिमा, महावीर जयंती, गुरू पूरब या नवरोज़ हो। इसी तरह आइए हम कुछ साहित्यों को पढ़ते हैं जो भारत की कई स्थानीय भाषाओं की बजाए केवल अंग्रेजी या हिंदी में अनुवाद किए गए हैं। यह हमें हमारे देश के भाषाई और साहित्यिक विविधता का स्वाद देने के साथ-साथ उस क्षेत्र की संस्कृति और लोककथाओं जहां से साहित्य उभरा है वहां की भी भाषाओं के स्थानीय स्वाद को समझने और सराहना करने में मदद करेगा। यह हमारे लिए एक तरह की शिक्षा होगी। हम वास्तव में भाग्यशाली हैं कि हमें अपने देश में इतनी विभिन्न भाषाएँ देखने को मिलती है जबकि कई देशों में ऐसा नहीं है। इसी तरह हम छात्र के रूप में देख सकते हैं कि विविधताएं देश को अलग-अलग माध्यम से संपन्न कर रही हैं। वास्तव में यह हमें विविधता की सराहना और उसका मूल्य आंकने में मदद करेगी। उदाहरण के लिए हमारे पास जैव-विविधता है। यह हमारी प्राकृतिक विरासत को बचाने में हमारी सहायता करती है। ऐसे प्रयासों और गतिविधियों से हम अपने बहुआयामी विरासत की रक्षा के लिए हमारे एकजुट प्रयासों की खोज करेंगे चाहे वह हमारी वास्तुकला हो या फिर संस्कृति, कला, प्रकृति, वनस्पति और जीव हो। इस प्रकार हमारी विविधता को बढ़ावा देने के माध्यम से हम लोगों की एकता स्थापित करने में सफल होंगे। हमारी विविध विरासत की रक्षा के लिए एकजुट कार्य में हम वास्तव में विविधता में हमारी एकता का प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे। भारत हमेशा और हमेशा विविधता में एकता के सिद्धांत का समर्थन करने के लिए आदर्श था और होगा। हमें युवा पीढ़ी के रूप में देश के बहुरूपदर्शक विविधता को बढ़ावा देने और प्रदेश के लोगों की सामंजस्यपूर्ण एकता को बढ़ावा देने के इस सबसे पुरस्कृत काम में उत्साहपूर्वक शामिल होना चाहिए। इसी में हमारी भलाई है और इसी में हमारे महान राष्ट्र भारत का उच्चतम हित है।
धन्यवाद।
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