जुर्माना माफी के लिए प्रधानाचार्य को प्रार्थना पत्र।




सेवा में,

आदरणीय प्रधानाचार्य जी,
सरकारी सी. सै. स्कूल,
जालन्धर शहर।

श्रीमान जी,
सविनय निवेदन यह है कि मैं आपके स्कूल की दसवीं कक्षा का विद्यार्थी हूँ। मासिक परीक्षा में उपस्थित न होने के कारण हमारे अंग्रेजी के अध्यापक ने मुझे जुर्माना लगा दिया।

मैं यह बताना चाहूँगा कि मैं परीक्षा के लिए पूर्ण रूप से तैयार था। बदकिस्मती से मेरे माता जी फिसल कर गिर गए। उनकी दाहिनी टांग टूट गई। उन्हें उसी समय अस्पताल लेकर जाना पड़ा। मेरे पिता जी उस समय शहर से बाहर थे। मुझे उनकी देख-भाल करनी थी। इसलिए मैं स्कूल नहीं आ सका। अध्यापक जी ने मुझे 50.00 रु. का जुर्माना लगा दिया।


इसलिए मैं आपसे बिनती करता हूँ कि मेरा जुर्माना माफ कर दिया जाए।

इसके लिए मैं आपका अति धन्यवादी रहूँगा।
धन्यवाद सहित।

आपका विश्वासपात्र,
मन्दीप सिंह।

पत्र नंबर:- 02 

प्राचार्या को पत्र लिखकर जुर्माना-माफी का निवेदन कीजिए।

सेवा में


प्राचार्या जी

द्वाबा विद्यालय

जालंधर

विषय : जुर्माना-माफी हेतु

श्रीमान जी

सविनय निवेदन है कि मैं इस वर्ष : मासिक परीक्षाएँ नहीं दे सकी थी। परीक्षाओं के दौरान मुझे भीषण ज्वर हो गया था, जिसके कारण पाँच दिन तक हस्पताल में भर्ती रहना पड़ा था। परीक्षाएँ दे पाने के कारण मुझ पर सौ रुपये का जुर्माना लगा दिया गया है। मैं आपसे प्रार्थना करती हूँ कि आप मेरी मज़बूरी समझें तथा यह जुर्माना माफ कर दें। आपकी अति कृपा होगी।

बलविंदर कौर

दशम 'सी'

अनु. 1069

दिनांक : 12-3-2014