अपने मित्र को पुस्तक मेले की जानकारी देने के लिए पत्र लिखें।
486-करोल बाग,
नई दिल्ली।
नवम्बर 2, 20...
मेरी प्रिय नीरू,
आशा है कि तुम्हें दिल्ली में होने वाले पुस्तक मेले के बारे में
जानकारी तो होगी ही। यह हर साल दिल्ली में लगता है। पिछले रविवार यह प्रगति मैदान
में आयोजित किया गया था। मैं अपने चचेरे भाइयों के साथ वहां गया था। यह एक बहुत
बड़ा मेला था। भारी मात्रा में किताब-प्रेमी यहां उपस्थित हुए थे। यहां किताबों की
कई प्रदर्शनियां लगी हुई थीं। कामर्स, विज्ञान, फिलासफी, धर्म तथा कम्प्यूटर आदि विषयों पर विभिन्न पुस्तकें उपलब्ध थीं। ये
अलग-अलग भाषाओं में थीं।
मुझे खुद को इतनी सारी किताबों के बीच जा कर बहुत अच्छा महसूस हो रहा
था। किताबें मेरा पहला प्यार हैं। मैंने अपने जेब खर्चे में से 2000/- रुपए बचाए हुए
थे। मैंने कुछ महत्त्वपूर्ण पुस्तकें खरीदीं। मैं अधिक नहीं खरीद सका क्योंकि वे
बहुत महंगी थीं। कुछ मैंने इस वर्ष खरीद ली हैं तथा कुछ मैं अगले वर्ष खरीदूंगा।
हमने वहां काफी लम्बा समय व्यतीत किया। हम थक गए तथा घर वापिस लौट
आए। मुझे लगता है कि ये पुस्तकें मेरे अपने पुस्तकालय में एक अच्छी वृद्धि हैं।
हालात और भी अच्छे होते यदि तुम भी मेरे साथ होते।
प्रेम सहित।
तुम्हारा प्रिय मित्र,
मनप्रीत
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