अपने मित्र से मुलाकात न कर पाने के लिए क्षमा मांगने हेतु एक पत्र
लिखें।
15-जवाहर नगर,
होशियारपुर।
जून 25, 20...
मेरे प्रिय हरजिन्द्र,
मैं गहरे हृदय से क्षमा मांगता हूँ कि मैं तुम से मुलाकात नहीं कर
सका। मैंने तुम से वायदा किया था कि तुम्हारे जन्म दिन की पार्टी पर ज़रूर आऊंगा।
किन्तु मैं आ न सका। मुझे लगता है कि तुम मुझसे नाराज़ होगे। मुझे उम्मीद है कि
मेरी बात सुन कर तुम मुझे क्षमा कर दोगे।
मैं तुम्हारे घर के लिए निकल ही रहा था। जैसे ही मैंने घर से बाहर
कदम रखा, मेरा पाँव फिसल गया तथा मैं गिर गया। मेरी बाईं एड़ी अपने स्थान से
खिसक गई तथा एक बाजू बुरी तरह से घायल हो गई। उसी समय मुझे अस्पताल ले जाया गया।
मैं दो दिन तक वहाँ रहा। मेरी बाईं बाजू पर पलस्तर चढ़ा हुआ है। पहले मैं तुम्हें
सूचित न कर सका, इसके लिए भी क्षमा माँगता हूँ।
मुझे तुमसे मिलकर बहुत अच्छा लगता। किन्तु अब तुम जानते ही हो कि
पार्टी में मेरे न आने का कारण क्या था। मुझे आशा है कि तुम अब ज्यादा देर तक
मुझसे नाराज़ नहीं रहोगे। शुभकामनाओं सहित।
तुम्हारा मित्र,
जीवन सिंह।
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