आज की भारतीय नारी 
Aaj Ki Bharatiya Nari

आधुनिक नारी-पुरुष की दासी नहीं सहयोगिनी-अब वह जीवन-साथी है-पुरुष और नारी की बराबरी का दर्जा-संविधान ने लड़का-लड़की की समानता की व्यवस्था दी-आज नारी चारदीवारी छोड़कर सब क्षेत्रों में पुरुषों के साथ-शिक्षा, चिकित्सा, सेना, पुलिस, दफ्तर में उसकी महत्त्वपूर्ण भूमिका-आज नारी परिवार पर बोझ नहीं, बल्कि सहारा बनकर खड़ी हुई है-दहेज और शारीरिक दुर्बलता के कारण उसके पग-पग पर काँटे हैं, परंतु आज उसे आर्थिक स्वतंत्रता मिली है-नौकरी में स्थान पाने के कारण उसकी शक्ति में वृद्धि हुई है। आगे उसका सम्मान और भी बढ़ेगा।