वन विभाग द्वारा लगाए गए वृक्ष सूखते जा रहे हैं। इस समस्या की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए किसी प्रसिद्ध दैनिक पत्र के संपादक को आनंद कुंज निवासी अनिमेष की ओर से पत्र लिखिए।
अथवा
वन महोत्सव पर लगाए गए वृक्ष सूखने लगे हैं। इस पर अपनी प्रतिक्रिया
व्यक्त करते हुए किसी समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए।
सेवा में
संपादक
दैनिक जागरण
राँची
महोदय
कृपया मेरे निम्नलिखित विचार अपने समाचार-पत्र में छापकर अनुगृहीत करें-
'आगे दौड़ पीछे चौड़' की कहावत भारत के वन-विभाग पर पूरी तरह लागू हो रही है। वन-विभाग हर वर्ष लाखों की संख्या में नए पौधे लगाता है। इसके लिए एन.एस.एस. के छात्रों का भी सहयोग लिया जाता है। परंतु दुर्भाग्य से उनके रखरखाव की ओर कोई ध्यान नहीं देता। जो पौधे पिछले साल लगाए गए थे, वे सुरक्षा और पानी के अभाव में सुखकर नष्ट हो गए हैं। इसमें वन-विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही है। मेरा विचार है कि दोषी कर्मचारियों को दंडित किया जाना चाहिए। आगे उन्हें सँभालने-सहेजने की भी व्यवस्था होनी चाहिए।
भवदीय
अनिमेष
म.न. 472
हीनू, राँची।
दिनांक : मार्च 12, 2014
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