बाढ़ से आई तबाही के संबंध में अपने विचार प्रकाशित करवाने हेतु संपादक को पत्र लिखिए। 


प्रतिष्ठा में

संपादक 

हिंदुस्तान 

बहादुर शाह ज़फ़र मार्ग, 

दिल्ली 

विषय : जम्मू कश्मीर में बाढ़ संबंधी विचार 'मेलबॉक्स' स्तंभ में प्रकाशन हेतु 

महोदय, 

कृपया अपने समाचार पत्र के स्तंभ 'मेलबॉक्स' में कश्मीर में आई बाढ़ की तबाही संबंधी मेरे विचार प्रकाशित करें। 

धन्यवाद 

भवदीय 

दीपक कुमार 

संलग्न : स्तंभ हेतु पत्र


बाढ़ की विनाशलीला 

जहाँ देश के कई राज्यों में औसत से कम बारिश हुई, वहीं कुछ राज्यों का जन-जीवन विनाशकारी बाढ़ से तबाह हो गया है। इन्हीं में से एक राज्य है जम्मू एवं कश्मीर। यहाँ झेलम, चिनाब जैसी नदियाँ प्रलय का दूसरा रूप बन चुकी हैं। प्रधानमत्रा नरम मोदी ने जब इस राज्य का हवाई सर्वेक्षण किया, तो उन्होंने माना कि यह राष्ट्रीय आपदा है। बेशक, राहत काम जोरों पर है और हजारों लोगों की जिंदगियाँ बचाई जा चुकी हैं, लेकिन तब भी पूरे राज्य की व्यवस्था खस्ताहाल हो चुकी है। यह भा सराह हाक जवाना ने लोगों की जान बचाने में तत्परता दिखाई है। लेकिन एक संकट बाढ के चले जाने के बाद तब शुरू होगा। खाने-पीने के सामान की किल्लत होगी और इलाके में बीमारी फैलेगी। 

दीपक कुमार 

खानपुर 

दिल्ली