दूरदर्शन निदेशक को कार्यक्रम संबंधी सुझाव देते हुए पत्र।
प्रतिष्ठा में
कार्यकारी निदेशक
दूरदर्शन केंद्र
नई दिल्ली-110001
विषय-दूरदर्शन कार्यक्रमों के संबंध में सुझाव।
मान्यवर
मैं आपका ध्यान दूरदर्शन कार्यक्रमों की ओर आकर्षित करना चाहती हूँ। एक समय था जब एकमात्र दूरदर्शन चैनल ही था, किंतु आज निजी चैनलों की बाढ़-सी आ गई है। निजी चैनल के केंद्र में पैसा होता है इसलिए वे समाजोपयोगी. शिक्षाप्रद कार्यक्रमों की अपेक्षा मनोरंजन पर ही ध्यान केंद्रित रखते हैं। ऐसी स्थिति में आपके चैनल से यह अपेक्षा रहती है कि आप राष्ट-चरित्र के उत्थान को केंद्र में रखकर कार्यक्रम बनाएँ।
अत्यंत खेद के साथ कहना पड़ता है कि दूरदर्शन के प्रायः सभी कार्यक्रम उबाऊ व औसत दर्जे के होते हैं। उनमें सृजनात्मकता एवं कलात्मकता का अभाव रहता है। उन्हें देखकर ऐसा लगता है कि जैसे-तैसे कुछ भी बनाकर अपना काम पूरा कर दिया गया है। धारावाहिकों के पात्रों के अभिनय से लेकर निर्देशन तक में स्तरहीनता रहती है। विद्यार्थियों के कार्यक्रमों में भी उनकी रुचि का ध्यान नहीं रखा जाता।
मेरा सुझाव है कि आप शिक्षा, मनोविज्ञान, समाज शास्त्र के विशेषज्ञों को बुलाकर प्रश्नोत्तर का एक कार्यक्रम प्रारंभ करें। इसी प्रकार 'दिल्ली जल बोर्ड', 'बिजली बोर्ड', 'दिल्ली नगर निगम' जैसे जनता से संबंधित विभागों के अधिकारियों की कचहरी लगाने संबंधी कार्यक्रम भी प्रारंभ करें। भ्रष्टाचार को सामने लाने वाला तो एक भी कार्यक्रम मैंने दूरदर्शन पर नहीं देखा। मनोरंजन के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के स्तर में भी सुधार अपेक्षित है।
आशा है आप मेरे सुझावों पर ध्यान देंगे और दूरदर्शन को एक स्वस्थ, उच्चस्तरीय मनोरंजन एवं शिक्षा का साधन बनाएँगे।
धन्यवाद
भवदीया
मनोरमा
2030, डी-2
वसंत विहार
नई दिल्ली -110070
दिनांक: 25 जनवरी, 2014
0 Comments