रेलयात्रा में सामान चोरी हो जाने पर रेलवे पुलिस अधीक्षक को पत्र। 

प्रेषक 

संजय सैनी 

302/4 कालका जी 

नई दिल्ली 

4 जुलाई 20..

प्रतिष्ठा में, 

रेलवे पुलिस अधीक्षक 

नई दिल्ली

विषय: शिवकाशी एक्सप्रेस में सामान चोरी की शिकायत हेतु।

महोदय,

निवेदन है कि दिनांक 10 जुलाई 20 को मैं सपरिवार वाराणसी से शिवकाशी एक्सप्रेस से नई दिल्ली आया था। कोई कुली न स्वयं सामान गाड़ी से प्लेटफ़ॉर्म पर उतारना पड़ा। छोटे बच्चों के साथ मेरी पत्नी प्लेटफ़ॉर्म नं० 4 पर खडी थी दो सूटकेस और एक हैंडबैग मैं उतार चुका था जबकि एक बड़ा सूटकेस अभी डिब्बे में ही था। जब मैं अंदर पहुँचा तो वहाँ सूटकेस का उतर रहे यात्रियों से पूछा तो पता चला कि उन्होंने नीला सूटकेस एक कुली को ले जाते देखा था। वह इतनी जल्दी में था कि एक महिला को धक्का देते हुए वह नीचे उतरा और तेजी से सीढ़ियों पर चढ़ गया। यात्रियों ने समझा कि हमने ही उसे सटकेस ले आने के लिए भेजा होगा। यह जानकारी मैंने तुरंत स्टेशन मास्टर और वहाँ तैनात सिपाही को दी। इस सिपाही ने मझसे अर्जी लिखवा कर ले ली और आश्वासन दिया कि वह शीघ्र ही पता लगवाएगा। हम चार घंटे तक प्लेटफ़ॉर्म पर प्रतीक्षा करते रहे किंतु वह सिपाही फ़िर कहीं नज़र नहीं आया। आपके दफ्तर में दो और सिपाही बैठे थे उन्होंने हमें घर चले जाने की सलाह दी और सामान की सूचना फ़ोन पर देने का आश्वासन दिया। एक हफ्ता बीत चुका है। मैं आपके दफ्तर के कई चक्कर लगा चुका हूँ पर न आपसे मुलाकात हो सकी और न ही सामान का कुछ पता चला। सूटकेस में मेरी पत्नी के कुछ गहने, कीमती साड़ियाँ और पाँच हजार नगदी थी। 

कुली की वर्दी में प्लेटफॉर्म पर चोर उचक्के घूमते रहते हैं। आपके दफ्तर में मेरे जैसे कई भुक्त-भोगी बैठे थे जिनके साथ मेरे जैसा हादसा हुआ था। आपसे अनुरोध है कि आप चोरी की वारदात की सही ढंग से तफ्तीश करवाएँ। पुलिस की मिलीभगत के बिना इस तरह दिन दहाड़े चोरियाँ होना संभव नहीं है। आपसे प्रार्थना है कि कठोर कदम उठाकर मेरा सामान शीघ्रातिशीघ्र बरामद करवाएँ।

धन्यवाद

भवदीय 

संजय सैनी